गौरा-गौरी पूजन, मुख्यमंत्री बघेल ने स्वयं पर चलवाया सोंटा

राज्य में गोवर्धन पूजा व गौरा गौरी पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया। इस अवसर पर राज्य में स्थापित गौठानों में गौठान दिवस मनाया गया और गौवंशों की पूजा अर्चना की गई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जंजगिरी में आयोजित गौरा गौरी पूजन में शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने परंपरा के अनुसार स्वयं पर सोंटा भी चलवाया। देखें विडियों…

रायपुर (छत्तीसगढ़)। जंजगिरी में आयोजित गौरा गौरी पूजन में मुख्यमंत्री ने शामिल होकर पूजन किया और शुभकामनाए दी। इस अवसर उन्होंने प्रदेश की खुशहाली के लिए स्वयं पर सोंटा भी चलवाया। मान्यता है कि शरीर सोंटा चलवाने से बुरी विपत्तियों का नाश होता है और खुशहाली आती है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि यह हमारे देवी- देवताओं से आशीर्वाद लेने का पर्व है। शुभ की कामना का पर्व है। अपनी गांव की मिट्टी को सम्मान देने का पर्व है। गोवंश की समृद्धि का पर्व है और छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक अस्मिता का अनूठा पर्व है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप लोगों के बीच इस अवसर पर आकर हर्षित हूँ। दीवाली का आनंद आप लोगों के बीच ही है। छत्तीसगढ़ में इतनी सुंदर परम्परायें त्योहार के अवसर पर हैं कि इससे पर्व का सौभाग्य तो हासिल होता ही है। आपस में प्रेम भी बढ़ता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह गोवंश की समृद्धि का पर्व भी है। जिस गोधन से हमें इतना कुछ मिलता है। उसकी सेवा करने का, उसको सहेजने के संकल्प करने का पर्व है। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने ग्राम पउवारा में गोवर्धन पूजा के अवसर पर आयोजित गौठान दिवस कार्यक्रम में शिरकत दी। उन्होंने यहां गौ पूजन कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। उन्होंने गायों को सोहई पहनाया। खिचड़ी खिलाई और पूजा अर्चना की। इस अवसर पर गृह मंत्री ने कहा कि यह त्योहार पशुधन की समृद्धि का त्योहार है। सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने कार्य कर रही है। हमारी छत्तीसगढ़ की संस्कृति में जो पर्व हैं वे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने वाले पशुधन से संबंधित हैं। आज आप लोगों के बीच गौठान दिवस पर आकर बहुत गहरी खुशी महसूस कर रहा हूँ।