दुर्ग (छत्तीसगढ़)। श्री गुरु नानक देव जी के 550 वें प्रकाश पर्व पर सिक्ख समाज द्वारा मानव सेवा का लक्ष्य निर्धारित कर तैयारी की जा रही है। जिसके तहत लोगों को नेत्रदान के प्रति प्रेरित कर उनसे दान का संकल्प पत्र भरवाया जा रहा है। इसी कड़ी में दुर्ग गुरुद्वारा के मुख्य ग्रंथी ज्ञानी गहेल सिंद्य ने भी समाज के अन्य लोगों के साथ नेत्रदान करने का संकल्प लिया। नव दृष्टि फाउंडेशन के सदस्य कुलवंत भाटिया व हरमन ढुलाई ने बताया कि ज्ञानी गहेल सिद्य से समाज के सभी वर्ग प्रेरणा लेते हैं, इसलिए उनसे नेत्रदान की प्रतीकात्मक घोषणा करवाई गई है। उन्होंने बताया कि ज्ञानी गहेल सिंद्य कैंसर की बीमारी से ग्रसित हैं व इस बीमारी से ग्रसित वयक्ति नेत्रदान व रक्तदान नहीं कर सकता। उनके साथ उनके पुत्र परमेशर सिंद्य, पत्नी दविंदर कौर ने भी संकल्प पत्र भरा है। वहीं स्त्री सत्संग सभा की ओर से मंजीत कौर विर्दी, सतिंदर कौर भाटिया, जसविंदर कौर मथारु, परमजीत कौर भाटिया, बलबीर कौर भाटिया, मंजीत कौर अरोरा, मनिंदर कौर भाटिया, अंशदीप कौर, नरिंदर कौर, गुरमीत कौर विर्दी ने भी नेत्रदान का संकल्प लिया है।
गुरु सिंघ सभा के प्रधान तरसेम सिंह ढिल्लो ने बताया कि प्रमुख ग्रंथी ज्ञानी गहेल सिंद्य लगभग 40 वर्षों से गुरुद्वारा साहेब की सेवा कर रहे हैं। नवदृष्टि फाउंडेशन के राज आढ़तिया ने कहा की आज ज्ञानी जी के नेत्रदान से हमारी संस्था गौरवान्वित है, अवतार सिंघ रंधावा ने कहा ज्ञानी जी की घोषणा के बाद अब नवदृष्टि के इस अभियान को ओर भी गति मिलेगी और समाज के लोग इससे प्रेरित होंगे। गुरु सिंघ सभा के महासचिव अरविंदर खुराना ने बताया कि 13 अक्टूबर के नेत्रदान व रक्तदान शिविर में हर सम्भव मदद कमेटी द्वारा की जाएगी व सभी समाज के लोगों को अभियान से जोड़ा जायेगा ताकि सामाजिक एकता का सन्देश सभी तरफ प्रसारित हो। सिक्ख समाज की ओर से तरसेम सिंह ढिल्लो, सुरेंद्र सिंह कबरवाल, महिंद्र सिंह खालसा, राजिंदर पाल सिंह, परमजीत सिंह भुई, अरविंदर सिंह खुराना, सम्पूर्ण सिंह सैनी, मोनिंदर सिंह(शालू), इंद्रजीत सिंह भाटिया, कमलजीत सिंह भामरा, दविंदर सिंह, राजिंदर पाल सिंह अरोरा, सुरिंदर पाल सिंह दुलाई, किट्टू गिल, इंद्रजीत सिंह सूरी, हरमन दुलाई, कुलवंत सिंह भाटिया, हरविंदर सिंह(हरू), हरमीत सिंह, गुलबीर सिंह भाटिया ने ज्ञानी गहेल सिंह व स्त्री सत्संग के सदस्यों को नेत्रदान का संकल्प लेने पर साधुवाद दिया है।