उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में दिसंबर 2018 को हुई हिंसा में एक पुलिस अधिकारी सहित दो लोगों की हुई हत्या के मामले में गिरफ्तार 6 आरोपियों को एक अदालत ने जमानत पर रिहा कर दिया है। रिहाई के समय दो आरोपियों का स्वागत करते हुए समर्थक जय श्रीराम, वंदेमातरम नारे लगा रहे थे। इसका वीडियो वायरल होने के बाद चारों ओर इसकी निंदा हो रही है। इस मसले पर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बयान जारी कर कहा है कि बीजेपी का आरोपियों को माला पहनाने से कोई लेना-देना नहीं है। वहीं पुलिस अधिकारी के परिवार ने आरोपियों को वापस जेल भेजने की मांग की।
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में 3 दिसंबर 2018 एक भीड़ के हमले में पुलिस अधिकारी सुबोध कुमार सिंह सहित दो व्यक्ति मारे गए थे। पुलिस अधिकारी सिंह महाव गांव में मवेशियों के शव कथित तौर पर मिलने पर मौके पर महाव गांव के खेतों में कानून व्यवस्था को बहाल करने के लिए गए थे। इस मामले में गिरफ्तार छह आरोपियों को एक अदालत ने शनिवार को जमानत पर रिहा कर दिया। इसके बाद, उनमें से दो को दिखाते हुए एक वीडियो सामने आया उनमें से एक भाजपा युवा विंग के नेता शिखर अग्रवाल समर्थकों के साथ माला पहने हुए थे। वीडियो में “जय श्री राम” और “वंदे मातरम” जैसे नारे भी सुने गए।
इस बीच, सुबोध कुमार सिंह के परिवार ने आरोपियों को जेल में वापस भेजने की मांग की। उनके बेटे श्रेय प्रताप सिंह ने कहा कि ऐसे तत्व सलाखों के पीछे से बेहतर थे। उनका कि खुले में घूमना खतरनाक है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आग्रह किया है कि ये अपराधी जो छह महीने जेल में थे, उन्हें समाज के हित में सलाखों के पीछे होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो लोग एक बार अपराध कर सकते हैं वे इसे फिर से कर सकते हैं। जेल से बाहर ऐसे लोग न केवल उनके लिए बल्कि दूसरों के लिए भी खतरा हैं। वहीं इंस्पेक्टर की पत्नी ने आरोपियों की रिहाई से स्वयं सहित परिवार की जान को खतरा बताया है। उन्होंने कहा कि मेरे पति की अपनी मातृभूमि की सेवा करते हुए मृत्यु हो गई, लेकिन अब उनके हत्यारों को जमानत मिलने पर माला पहनाई जा रही है। उनके खिलाफ और सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए थी।
Sabse pahile khabar milti hai.mai Aapka Pathan Hun.
उत्साह वर्धन के लिए धन्यवाद…