गांव के खेत-खार से आती अजीब सी आवाजों को लेकर ग्रामीण दहशतजदा है। दहशत का यह आलम पिछले दो-तीन माह से है। इस अवधि में तीन ग्रामीणों की मृत्यु को भी ग्रामीण भूत से जोड़कर देख रहे हैं। वहीं पुलिस ग्रामीणों को समझाइश देने में हलाकान हो रही है। आनंद राजपूत की एक्सक्लूजिव रपट …
राजनांदगांव (छत्तीसगढ़)। राजनांदगांव जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम खैरा (घुमका) में यह माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि देर शाम होते ही ग्राम की सीमा से लगे खेत-खार से अजीब सी आवाजें आने लगती है। यह सिलसिला पिछलें दो-तीन माह से चल रहा है। इसी दरम्यान ग्राम के एक 80 वर्षीय वृद्ध ठाकुर के अलावा गुरुराम साहू (45 वर्ष), शिक्षक नरसिंग साहू की मौत हो गई। गुरुराम साहू अपने घर की छानी मरम्मत के लिए चढ़ा था, नीचें उतरतें ही उसकी मौत हो गई। वहीं शिक्षक नरसिंग साहू ने खार में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली थी। ग्राम सरपंच सरस्वती के पति फिरंता कौशिक का कहना है कि इन मौतों को ग्रामीण, ग्राम में बुरी आत्मा का साया होने से जोड़कर देख रहे है। खेत-खार से रात में आने वाली आवाजों को लेकर ग्रामवासियों में दहशत है। हालांकि पुलिस लगातार क्षेत्र में पैट्रोलिंग कर रहीं है, लेकिन आवाज आने के कारण का खुलासा नहीं हो सका है।
जानवरों की है आवाज
घुमका थाना से ग्राम खैरा लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर है। आवाजों की शिकायत मिलने पर पुलिस ने क्षेत्र में पैट्रोलिंग बढ़ा दी है। मौके पर रुककर पुलिस के जवानों ने हकीकत जानने का प्रयास भी किया, लेकिन काफी पड़ताल के बाद भी आवाजों के आने का खुलासा नहीं हो पाया। पुलिस का मानना है कि किसी जानवर या जंगली पक्षी की यह आवाजें हो सकती है। इस संबंध में ग्रामीणों को समझाइश दी गई हैं, जिससे भय का वातावरण काफी कम हो गया है।
Kya aisa abhi bhi hota hai
अफवाहों के कारण गांव वाले दो माह से दहशत में थे…