रायपुर (छत्तीसगढ़)। रक्षा सेनाओं में भर्ती के लिए केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार आज छत्तीसगढ़ में विधानसभा स्तर पर सत्याग्रह किया गया। सत्याग्रह में कांग्रेस के क्षेत्रीय विधायकों के साथ भारी संख्या कांग्रेसी नेताओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल दुर्ग जिले के अपने विधानसभा क्षेत्र पाटन में आयोजित सत्याग्रह में शामिल हुए। उन्होंने कहा अग्निपथ योजना देश के लिए घातक है। मुख्यमंत्री ने कहा रिटायरमेंट के बाद लोग अपने बच्चों और अपने पोतों की शादी करते हैं। मगर केंद्र सरकार ऐसे योजना लाई है। जिसमें रिटायरमेंट के बाद युवक अपनी शादी करेगा।
दुर्ग शहर विधानसभा क्षेत्र में विधायक अरुण वोरा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रदीप चौबे, शंकरलाल ताम्रकार, आरएन वर्मा के संयुक्त नेतृत्व में सत्याग्रह किया गया। रायपुर में सोमवार को कांग्रेस नेताओं-कार्यकर्ताओं ने अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में सत्याग्रह किया। रायपुर पश्चिम विधानसभा के विधायक विकास उपाध्याय की अगुवाई में पं. रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी गेट के पास स्थित हनुमान मंदिर के सामने प्रदर्शन हुआ। कांग्रेस नेताओं ने सुंदरकांड का पाठ कर केंद्र सरकार की सद्बुद्धि की प्रार्थना की। इसके अलावा प्रदेश के अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में भी सत्याग्रह किया गया है।
कांग्रेस ने प्रदेश के सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में सत्याग्रह की घोषणा पिछले सप्ताह की थी। तीन दिन पहले सभी ने जगह तय कर लिया। एक दिन पहले से ही ही इसकी तैयारियां शुरू हो गई। सोमवार सुबह 10 बजे से ही सत्याग्रह के मंच पर कार्यकर्ताओं का जुटना शुरू हो गया। रायपुर दक्षिण विधानसभा के कार्यकर्ताओं ने मोतीबाग के पास राजीव गांधी चौक पर प्रदर्शन किया। वहीं रायपुर उत्तर क्षेत्र के विधायक कुलदीप सिंह जुनेजा ने देवेंद्र नगर में अपना पंडाल लगाया।
रायपुर पश्चिम के कार्यकर्ताओं ने यूनिवर्सिटी गेट के पास स्थित हनुमान मंदिर से सड़क तक मंच लगा दिया। वहां नेताओं ने पहले मंदिर में हनुमान जी की पूजा की। उसके बाद ढोलक, झाल और की-पैड के साथ कार्यकर्ताओं ने रामचरित मानस के सुंदरकांड का पाठ शुरू कर दिया। पाठ के बाद नेताओं ने मंच संभाला। अग्निपथ योजना पर आपत्ति की।
इसी तरह का विरोध, बिलासपुर, कोरबा, जांजगीर, राजनांदगांव, धमतरी में भी हुआ है। कोरबा में मंत्री जयसिंह अग्रवाल और सांसद ज्योत्सना महंत की अगुवाई में सुभाष चौक में कांग्रेसियों ने सत्याग्रह किया। इस दौरान केंद्र पर निशाना साधते हुए मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि सरकार ने पहले 18 से 21 फिर 21 से 24 साल तक के युवाओं को सेना की चार साल तक की ट्रेनिंग देने की योजना लाई है। ये वही समय होता है,जब युवा कॉलेज की पढ़ाई में व्यस्त होते हैं। ऐसे में चार साल की आधी-अधूरी नौकरी के कारण उनका जीवन बर्बाद हो जाएगा।
जांजगीर के कचहरी चौक में भी बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता जमा हुए थे। यहां पूर्व विधायक मोतीलाल देवांगन के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने सत्याग्रह किया। इनका कहना था कि 4 साल के सैनिक सेवा कानून को वापस लिया जाए। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि इस योजना से देश की सेना का मनोबल गिरेगा।