दुर्ग (छत्तीसगढ़) आनंद राजपूत। शहर के सिद्धार्थ नगर (हरिजन पारा) निवासी एक अधेड़ ने अपने गले ह हाथ की नस काट ली। उसे उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि निगम प्रशासन की भवन शाखा द्वारा दिए गए नोटिस के बाद से मृतक व्यथित था। जिसके चलते उसने यह आत्मधाती कदम उठाया है। इस मौत के बाद मोहल्ला वासी उद्वेलित हो गए और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर दुर्ग कोतवाली का घेराव कर दिया है।
घटना आज सवेरे लगभग 6 बजे की है।सिद्धार्थ नगर निवासी ब्रिजेश गुजरिया ने जान देने की नीयत से अपने हाथ व गले की नस काट ली थी। जिसे परिजनों द्वारा जिला अस्पताल में उपचार के लिए दाखिल कराया गया। जहां कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि कुछ दिन पूर्व नगर निगम का नोटिस उन्हें मिला था, जिसमें उनके घर को दुर्ग सहकारी विपणन प्रक्रिया समिति को आवंटित भूमि पर बेजा कर बनाया जाना बताया गया था और कब्जा को हटाने तीन दिन की मोहलत दी गई थी। इस प्रकार का नोटिस ब्रिजेश के साथ क्षेत्र के 7 लोगों को दिया गया था। जिसमें उनके कब्जें को अवैध बतातें हुए बेदखली की चेतावनी निगम प्रशासन द्वारा दी गई थी। मृतक ब्रिजेश के दामाद गोपाल सूर्या ने 4thNation की टीम को बताया कि नोटिस मिलने के बाद उनके ससुर व्यथित थे, परिजनों ने उन्हें दिलासा भी दिलाई थी, इसके बावजूद उन्होंने यह कदम उठाया। उन्होंने अपने ससुर ब्रिजेश गुजरिया के मौत के लिए निगम प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने दावा किया कि जिन परिवारों को नोटिस दिया गया है, उनमें से अधिकांश परिवार सौ साल से अधिक अवधि से यहां काबिज है। बताया जा रहा है कि ब्रिजेश के परिवार द्वारा हाल ही में अपने मकान को तोड़ कर नया निर्माण कार्य कराया गया था।