नई दिल्ली, 12 मई 2025 – एयर मार्शल एके भारती ने रविवार को बताया कि पाकिस्तान द्वारा भारतीय वायुसेना के ठिकानों पर किए गए ड्रोन और मानव रहित हमलों (UAS) को पूरी तरह विफल कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने सभी पाकिस्तानी ड्रोन और कॉम्बैट व्हीकल्स को समय रहते पहचान कर नष्ट कर दिया, जिससे किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ।
एयर मार्शल भारती ने प्रेस वार्ता में कहा,

“8 मई की रात 8 बजे के करीब, पाकिस्तान ने जम्मू, उधमपुर, पठानकोट, अमृतसर, बठिंडा, डलहौज़ी और जैसलमेर जैसे वायुसेना ठिकानों पर तरंगों में ड्रोन हमले किए। लेकिन हमारी प्रणाली ने हर खतरे को विफल कर दिया।”
इसी दौरान, सरकारी सूत्रों ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य एक मनोवैज्ञानिक और रणनीतिक संदेश देना था — कि अब पाकिस्तान में कहीं भी आतंकी ठिकाने, नेतृत्व और सुरक्षित पनाहगाहें सुरक्षित नहीं हैं। सूत्रों के अनुसार,
“अब फर्क नहीं पड़ता कि आतंकवादी पाकिस्तान में कहां छिपे हैं — भारत उन्हें निशाना बनाएगा।”
इस बार सिर्फ आतंकवादियों के ठिकानों को नहीं, बल्कि उनके लीडरशिप और सपोर्ट स्ट्रक्चर को भी निशाना बनाया गया है।
सरकारी सूत्रों ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत ने पाकिस्तान की परमाणु धमकी को ‘ब्लफ़’ मानते हुए उस पर जवाबी कार्रवाई की है।
“हम परमाणु खतरे को गंभीरता से लेते हैं, लेकिन यह बहाना नहीं बन सकता कि पाकिस्तान भारत में आतंक फैलाए।”
सूत्रों के अनुसार, अब भारत की नई सुरक्षा नीति के तहत LoC, IB और परमाणु धमकी भी आतंकियों को बचा नहीं सकती।
“नई स्थिति यह है – LoC अब सुरक्षा कवच नहीं है, IB अब कोई सीमा नहीं है, और परमाणु धमकी अब कोई डर का कारण नहीं है,” एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा।
इस रणनीति के पीछे उद्देश्य है — आतंक को जड़ से खत्म करना, और यह स्पष्ट करना कि कोई भी आतंकवादी अब ‘अछूता’ नहीं है।
