नई दिल्ली – भारतीय वायुसेना (IAF) ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में 9 ठिकानों को चुनकर 7 मई को बड़ा हवाई हमला किया, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया गया। यह जानकारी आज दिल्ली में एक प्रेस वार्ता के दौरान वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने दी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती, वाइस एडमिरल एएन प्रमोद और मेजर जनरल संदीप एस शारदा मौजूद थे। उन्होंने बताया कि इन हमलों का मकसद केवल आतंकवादियों को निशाना बनाना था और किसी भी नागरिक या संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाना था।

लेफ्टिनेंट जनरल घई ने बताया कि जब पाकिस्तान ने ड्रोन हमले की शुरुआत की, तो भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने अधिकतर ड्रोन को हवा में ही नष्ट कर दिया। जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के लाहौर स्थित एक रडार ठिकाने को तबाह कर दिया गया। उन्होंने यह भी बताया कि नियंत्रण रेखा (LoC) पर भारतीय सेना की फायरिंग में पाकिस्तान के 35-40 सैनिक मारे गए।
एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने बताया कि पाकिस्तानी ड्रोन ने भारतीय वायुसेना के कई ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन सभी को समय रहते नष्ट कर दिया गया और किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ।
उन्होंने आगे कहा, “इसके बाद यह फैसला लिया गया कि हमला वहीं किया जाएगा जहां पाकिस्तान को सबसे अधिक चोट लगे। पश्चिमी मोर्चे पर एक समन्वित, सटीक और तेज़ हमले में पाकिस्तान के एयरबेस, कमांड सेंटर और ढांचे को निशाना बनाकर यह संदेश दिया गया कि भारत किसी भी आक्रामकता को बर्दाश्त नहीं करेगा।”
