मुंबई, 24 अप्रैल 2025। छत्तीसगढ़ के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री लखन लाल देवांगन ने आज मुंबई में आयोजित ‘इंडिया स्टील 2025’ सम्मेलन में राज्य की औद्योगिक क्षमता और निवेश की संभावनाओं को लेकर एक सशक्त प्रस्तुति दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के 2030 तक 300 मिलियन टन इस्पात उत्पादन के लक्ष्य को पूरा करने में छत्तीसगढ़ की भूमिका केंद्रीय होगी।
उन्होंने छत्तीसगढ़ को “स्टील कैपिटल ऑफ इंडिया” बताते हुए कहा कि राज्य के पास देश का 18% लौह अयस्क भंडार है और बैलाडीला खदानों से प्राप्त लौह अयस्क की गुणवत्ता अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सर्वोत्तम मानी जाती है।

मंत्री श्री देवांगन ने सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में कहा कि ग्रीन स्टील तकनीक को अपनाने में भी छत्तीसगढ़ अग्रणी राज्य बन रहा है। नई औद्योगिक नीति में कोर सेक्टर विशेष रूप से स्टील उद्योग को 150% तक इंसेंटिव और छूट दी जा रही है।
उन्होंने जानकारी दी कि बस्तर के नगरनार स्टील प्लांट के पास 118 एकड़ में नया औद्योगिक क्षेत्र स्थापित किया जा रहा है जिससे MSME इकाइयों को बढ़ावा मिलेगा।
सम्मेलन के दौरान श्री देवांगन ने उद्योगपतियों से राउंड टेबल मीटिंग में सीधी बातचीत कर लॉजिस्टिक सपोर्ट, सिंगल विंडो सिस्टम और अनुकूल श्रमिक नीति जैसे विषयों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि हाल के इंवेस्टमेंट समिट्स में राज्य को 4.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं और सेमीकंडक्टर प्लांट की शुरुआत इसका उदाहरण है।
सम्मेलन में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध सिंह, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, उद्योग विभाग के सचिव श्री रजत कुमार, संचालक श्री प्रभात मलिक तथा सीएसआईडीसी के प्रबंध संचालक श्री अभिषेक अग्रवाल सहित कई वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।
