शेयर बाजार में चीनी कंपनियों का उछाल: सरकार की नई नीति से शेयरों में जबरदस्त तेजी

शुक्रवार को बीएसई (BSE) में चीनी कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त उछाल देखा गया। कुछ कंपनियों के शेयरों में 13 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई, जो सरकार द्वारा चीनी के इथेनॉल उत्पादन के लिए डाइवर्जन पर लगी सीमा को हटाने के फैसले के बाद हुई है। यह निर्णय इथेनॉल सप्लाई ईयर (ESY) 2024-25 के लिए लागू किया गया है, जो दिसंबर से नवंबर तक चलेगा।

प्रमुख चीनी कंपनियों के शेयरों में वृद्धि

इस नई नीति का प्रभाव चीनी उद्योग पर साफ दिखाई दे रहा है।

  • डालमिया भारत शुगर एंड इंडस्ट्रीज के शेयरों में 13 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई और ये 497.40 रुपये पर बंद हुए।
  • श्री रेणुका शुगर्स के शेयर 10 प्रतिशत बढ़कर 52.01 रुपये पर पहुंच गए।
  • अवध शुगर एंड एनर्जी के शेयर 10 प्रतिशत की बढ़त के साथ 774.15 रुपये पर बंद हुए।
  • त्रिवेणी इंजीनियरिंग एंड इंडस्ट्रीज के शेयरों में 9 प्रतिशत की वृद्धि हुई और ये 479 रुपये पर पहुंच गए।
  • बलरामपुर चीनी मिल्स के शेयर 8 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 625.85 रुपये पर बंद हुए।
  • धामपुर शुगर मिल्स के शेयर 9 प्रतिशत बढ़कर 228.85 रुपये पर पहुंच गए।
  • द्वारिकेश शुगर इंडस्ट्रीज के शेयरों में 8 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई और ये 79.40 रुपये पर बंद हुए।
  • ईआईडी पैरी (इंडिया) के शेयर 7.5 प्रतिशत की बढ़त के साथ 875.45 रुपये पर बंद हुए।

इन सभी कंपनियों ने बीएसई ऑलकैप इंडेक्स में 7 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की।

बाजार की प्रतिक्रिया

इन चीनी कंपनियों के शेयरों में आई इस उछाल ने पूरे बाजार का ध्यान अपनी ओर खींचा है। जब इन शेयरों में इतनी बढ़ोतरी देखी गई, तब बीएसई सेंसेक्स मात्र 0.33 प्रतिशत बढ़कर 82,406 पर था। यह स्पष्ट करता है कि चीनी कंपनियों के शेयरों में इस उछाल का मुख्य कारण सरकार का नया निर्णय है।

सरकार की नई नीति का प्रभाव

सरकार ने इथेनॉल उत्पादन के लिए चीनी के डाइवर्जन पर लगी सीमा को हटाकर उद्योग को एक बड़ा प्रोत्साहन दिया है। इस फैसले से चीनी मिलों को अधिक इथेनॉल उत्पादन करने का मौका मिलेगा, जो उनकी मुनाफाखोरी को बढ़ा सकता है। इससे न केवल चीनी कंपनियों के शेयरों में उछाल आया है, बल्कि इससे भविष्य में इन कंपनियों के लिए नए अवसर भी खुल सकते हैं।

निष्कर्ष

सरकार के इस कदम ने चीनी उद्योग में उत्साह पैदा किया है, जिससे शेयर बाजार में चीनी कंपनियों के शेयरों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। यह बदलाव चीनी कंपनियों के लिए लाभकारी साबित हो सकता है और आने वाले समय में इन कंपनियों के शेयरों में और भी तेजी देखने को मिल सकती है।