विद्यार्थियों को क्वाॅटम कण जैसी सोच की आवश्यकता, ऐसे आयोजनों से विद्यार्थियों को सदैव सीख एवं प्रेरणा मिलती है

दुर्ग । शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग के भौतिक शास्त्र विभाग में जाधवपुर विश्वविद्यालय, कोलकत्ता से आये हुए प्रोफेसर एस.भट्टाचार्य का आमंत्रित व्याख्यान का आयोजन किया गया था । डाॅ. भट्टाचार्य ने क्वाॅटम कंफाईनमेंट सिस्टम पर व्याख्यान दिया, इस संदर्भ में उन्होंने क्वाॅटम भौतिकी से जुड़े तथ्यों एवं परिकल्पनाओं को सैध्दांतिक माॅडलिंग से जोड़ते हुए सारगर्भित जानकारी प्रदान दी। उन्होंने स्नातकोत्तर एवं शोध छात्रों को फोरट्राॅन भाषा का उपयोग करके जटिल से जटिल फलनों को समाकलन करने की गणना का महत्व समझाया। उन्होंने इस विषय पर प्रकाशित अपने शोध पत्रों को समझाया। किस प्रकार जटिल समस्याओं को हल निकालकर उसके निष्कर्षों को प्रकाशित किया जा सकता है। कार्यक्रम की शुरूआत अतिथि स्वागत एवं सरस्वती पूजन के साथ प्रारंभ हुआ। डाॅ. एस. भट्टाचार्य का परिचय विभागाध्यक्ष डाॅ. जगजीत कौर सलूजा द्वारा दिया गया। डाॅ. सलूजा ने स्वागत भाषण में व्याख्यान का उद्देश्य एवं महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि विद्यार्थियों से व्याख्यानों को अधिक से अधिक लाभ उठाना चाहिए। प्राचार्य डाॅ. आर.एन. सिंह ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि टेक्नोलाॅजी के आधुनिक समय में ऐसे आयोजन अति आवश्यक है। इनसे विद्यार्थियों को सदैव सीख एवं प्रेरणा मिलती है, जिससे वे अपने भविष्य में आगे बढ़ने के लिए प्रयास करेंगे। कार्यक्रम को सफल बनाने में विभाग के प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों का योगदान रहा। इस कार्यक्रम में शोध छात्र, एम.एससी चतुर्थ सेमेस्टर एवं एम.एससी द्वितीय सेमेस्टर छात्र उपस्थित रहें।