दुर्ग (छत्तीसगढ़)। उपचार में लापरवाही बरते जाने से अस्पताल में 10 माह के शिशु की मृत्यु को प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार सिरसा गेट भिलाई 3 स्थित सिद्धिविनायक अस्पताल का लायसेंस निरस्त कर दिया गया है। शिशु की मौत पर प्रशासन व चिकित्सा विभाग की टीम द्वारा जांच की गई थी।
जिसमें शिशु की मौत के लिए चिकित्सकीय डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टॉफ की उपचार में लापरवाही की जानकारी उजागर हुई। अस्पताल द्वारा छ.ग. नर्सिंग होम एक्ट नियम 2010 एवं 2013 का उल्लंघन किया जाना पाया गया। 11 दिसंबर को नोटिस जारी होने के 30 दिवस पूर्ण होने के उपरांत संस्था को छ.ग. राज्य उपचार्यगृह तथा रोगोपचार संबंधी स्थापनाएँ अनुज्ञापन अधिनियम 2010 एवं 2013 के तहत प्रदत्त लायसेंस क्रमांक DURG0417/HOS को निरस्त किया गया है।

याद दिला दें कि देवबलौदा निवासी डिकेश कुमार वर्मा द्वारा सर्दी-जुकाम से पीड़ित होने के कारण अपने 10 माह के पुत्र शिवांग को सिरसा गेट स्थित सिद्धिविनायक अस्पताल में इलाज के लिए 27 अक्टूबर को ले जाया गया था। जहां डॉ एसआर प्रसाद द्वारा शिशु का प्राथमिक उपचार किया गया। जिसके बाद शिशु श्वास लेने तकलीफ होने लगी। जिस पर अस्पताल प्रबंधन द्वारा उसे आईसीयू में दाखिल कर दिया। इलाज के दौरान शिशु की 31 अक्टूबर को मौत हो गई। इस मामले की शिकायत मिलने पर चिकित्सकों की जांच टीम का गठन किया गया था।
