राशन वितरण को लेकर निगम में विपक्ष ने खोला मोर्चा, कहा समुदाय विशेष में बांटने बनाए जा रहे थैले, जब्त

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। कोरोना संकट में प्रभावित गरीब परिवारों को राहत प्रदान करने नगर निगम द्वारा बांटे जा रहे राशन को लेकर एक बार फिर विवाद हो गया है। भाजपाइयों ने पूर्व से निर्धारित जगह विवेकानंद भवन की जगह गोड़वाना भवन सिविल लाइन में कथित तौर पर समुदाय विशेष के लिए पैकिंग करवाए जा रहे खाद्य सामाग्रियों को लेकर जमकर हंगामा मचाया। भाजपाइयों का आरोप था कि शहर के दानदाताओं व समाजसेवी संस्थाओं से मिले खाद्य सामाग्रियों के पैकेट्स तैयार कर विशेष समुदाय वर्ग व चहेते पार्षदों को बांटा जा रहा है। भाजपाइयों ने इसकी शिकायत कलेक्टर से की। इसके बाद तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर पैकेट्स को जब्त कर लिया।

जिला भाजपा अध्यक्ष ऊषा टावरी और नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा के नेतृत्व में गोंडवाना भवन पहुंचे भाजपाइयों ने निगम के कार्यप्रणाली को लेकर कई सवाल भी खड़े किए। भाजपा नेताओं का आरोप था कि निगम में दान में मिली राशि बिना जाति अथवा समुदाय में भेद किए सभी जरूरतमंदों को बांटा जाना है, लेकिन नगर निगम द्वारा शहर विधायक अरुण वोरा व महापौर धीरज बाकलीवाल के इशारे पर दान की सामग्री गोपनीय ढंग से समुदाय विशेष के लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। इस दौरान भाजपाइयों ने नगर निगम के ईई मोहनपुरी गोस्वामी का घेराव किया और पत्र सौंपकर गोड़वाना भवन के राशन वितरण केन्द्र को सील कर मामले की जांच की मांग की है। इसके बाद भाजपा नेताओं ने मामले की शिकायत कलेक्टर से की और जांच की मांग की। इस दौरान पूर्व महापौर चंद्रिका चंद्राकर, दिनेश देवांगन, शिव चंद्राकर, संतोष सोनी, रत्नेश चंद्राकर, नरेन्द्र बंजारे, नितेश साहू, कांतीलाल जैन, गौरव शर्मा, पोषण साहू, शेखर चंद्राकर, राहुल पाटिल मौजूद थे।
सवालों से घिरे ईई, धरने पर बैठे भाजपाई
भाजपा नेताओं ने इस दौरान ईई से कई सवाल पूछे, लेकिन ईई कोई भी ठोस जवाब नहीं दे पाए। ईई के मुताबिक हैदराबाद की एनजीओ सहायता ट्रस्ट द्वारा शहर के गरीब परिवारों को वितरण के लिए उपलब्ध करवाए गए है, लेकिन भाजपाईयों के अन्य सवालों पर वे कुछ कहने से बचते नजर आए। जिससे नाराज भाजपाईयों ने राशन वितरण केन्द्र में जमकर प्रदर्शन करते हुए धरना पर भी बैठ गए।
कांग्रेसियों के हस्तक्षेप से बिगड़ा माहौल
भाजपाइयों के हंगामे को देख कांग्रेस के पूर्व पार्षद प्रकाश गीते और कांग्रेस नेता शिवाकांत तिवारी मौके पर पहुंचकर समझाने का प्रयास किया, लेकिन बात बनने के बजाय बिगड़ गई और भाजपाई व दोनों कांग्रेस नेताओं के बीच झूमाझटकी की नौबत भी आ गई। माहौल को नियंत्रित कर दोनों कांग्रेस नेताओं को पुलिस अपने साथ ले गई और भवन को सील कर दिया गया।

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