रायपुर, 15 जून 2025 — छत्तीसगढ़ में भीषण गर्मी और उमस भरे मौसम को देखते हुए प्रदेश कांग्रेस के सचिव अय्यूब खान ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और शिक्षा मंत्री से अनुरोध किया है कि प्रदेश के सभी शासकीय एवं निजी स्कूलों का ग्रीष्मकालीन अवकाश 15 दिन और बढ़ाकर 1 जुलाई 2025 से स्कूलों को पुनः प्रारंभ किया जाए।
छात्रों की सुरक्षा को लेकर जताई चिंता
अय्यूब खान ने कहा कि छत्तीसगढ़ में इन दिनों तापमान अत्यधिक स्तर तक पहुंच चुका है, जिससे विशेष रूप से प्राथमिक और माध्यमिक कक्षा के छात्रों को स्कूल आने-जाने और कक्षाओं में बैठने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इस बढ़ती गर्मी में बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की आशंका है।

उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश के अभिभावकों के बीच गहरी चिंता देखी जा रही है। कई पालक अपने-अपने माध्यमों से राज्य सरकार से अतिरिक्त छुट्टियों की मांग कर रहे हैं, ताकि बच्चों को इस विकट मौसम में राहत मिल सके।
बिजली कटौती और यातायात समस्या पर भी जताई चिंता
अय्यूब खान ने यह भी ध्यान दिलाया कि वर्तमान में प्रदेश भर में बार-बार बिजली की कटौती हो रही है, जिससे स्कूलों में पंखों, कूलरों और अन्य आवश्यक सुविधाओं का संचालन बाधित हो सकता है। इसके अतिरिक्त, स्कूल बसों और निजी वाहनों में सफर के दौरान बच्चों को अत्यधिक गर्मी सहन करनी पड़ती है, जिससे उनका स्वास्थ्य और मनोदशा दोनों प्रभावित हो सकते हैं।
सरकार से की संवेदनशील निर्णय लेने की अपील
उन्होंने मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से अपील करते हुए कहा कि राज्य सरकार को इस विषय पर संवेदनशीलता और त्वरितता के साथ विचार करना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि यदि राज्य सरकार 15 दिन की अतिरिक्त छुट्टी घोषित करती है और स्कूलों को 1 जुलाई से शुरू करने का निर्णय लेती है, तो इससे लाखों बच्चों और उनके अभिभावकों को राहत और सुरक्षा मिलेगी।
निष्कर्ष
छत्तीसगढ़ में तापमान और उमस के बढ़ते स्तर ने बच्चों के लिए स्कूल जाना एक चुनौतीपूर्ण कार्य बना दिया है। इस संदर्भ में अय्यूब खान द्वारा की गई यह पहल न केवल जनहितैषी है, बल्कि राज्य सरकार के सामने एक यथार्थपूर्ण और जरूरी मुद्दा भी रखती है। अब सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि राज्य सरकार इस प्रस्ताव पर किस तरह की प्रतिक्रिया देती है।
