भाजपा संगठन ने दिखाया सख्त रुख: मंत्रियों और विधायकों को परफॉर्मेंस सुधारने की नसीहत, कुछ को पड़ी फटकार

रायपुर, 18 जून 2025
छत्तीसगढ़ भाजपा सरकार के मंत्रियों पर पार्टी संगठन की कड़ी नजर अब खुलकर सामने आ गई है। मंत्रियों के परफॉर्मेंस को लेकर भाजपा संगठन में असंतोष है। इसी कड़ी में पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश और प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन ने राजधानी रायपुर स्थित भाजपा कार्यालय में मंत्रियों की बंद कमरे में वन टू वन बैठक कर परफॉर्मेंस ऑडिट किया और कड़े निर्देश दिए।

मंत्रियों को लगाई फटकार, मिली सख्त नसीहत

संगठन सूत्रों के मुताबिक कुछ मंत्रियों की कारगुजारियों और गैरजिम्मेदाराना रवैये की शिकायतें संगठन तक पहुंची थीं, जिसे गंभीरता से लिया गया। कई मंत्रियों को जमीन से कटे होने और जनता से दूर रहने के आरोप में फटकार लगाई गई। संगठन ने स्पष्ट रूप से कहा कि “जो मंत्री जमीन से दो फीट ऊपर रहकर काम कर रहे हैं, उन्हें नीचे आना होगा।”

दो लेयर में हुई मंत्रियों से चर्चा

संगठन ने मंत्रियों से बातचीत को दो चरणों में विभाजित किया।

  • पहले चरण में क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय जामवाल, प्रदेश संगठन मंत्री पवन साय और प्रदेश अध्यक्ष किरण देव ने मंत्रियों से फीडबैक लिया।
  • दूसरे चरण में शिवप्रकाश और नितिन नबीन ने प्रत्येक मंत्री से अलग-अलग बंद कमरे में गंभीर चर्चा की।

आदत और व्यवहार सुधारने की चेतावनी

बैठक में मंत्रियों को व्यवहार में सुधार, प्रशासनिक नियंत्रण बनाए रखने, और जनता से जुड़ाव बढ़ाने की सख्त सलाह दी गई। साथ ही उन्हें अधिकारियों की स्वेच्छाचारिता पर लगाम लगाने के निर्देश भी मिले।

तीन मंत्रियों के लटके चेहरे बने चर्चा का विषय

भाजपा कार्यालय में बंद कमरे की बैठक के बाद जैसे ही मंत्री बाहर निकले, तीन मंत्रियों के बदले हावभाव और उतरे चेहरे कार्यकर्ताओं की नजर में आ गए। वहां मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच इस बात की चर्चा थी कि कौन मंत्री कितनी फटकार खाकर बाहर निकला। एक मंत्री को तो प्रदेश अध्यक्ष किरण देव द्वारा सांत्वना देते भी देखा गया।

विधायकों को भी लगाई फटकार

मंत्रियों से पहले विधायकों की बैठक भी हुई थी। इसमें शिवप्रकाश ने विधायकों को बेतुकी और गैरजिम्मेदार बयानबाज़ी से बचने की सख्त हिदायत दी। उन्होंने कहा कि किसी विषय की जानकारी न होने पर मीडिया में बयानबाज़ी से परहेज करें, क्योंकि इससे सरकार और संगठन दोनों की छवि खराब होती है।

संगठन का सख्त रुख – संदेश साफ

इस पूरे घटनाक्रम से यह साफ हो गया है कि भाजपा संगठन सरकार के कामकाज पर पैनी नजर बनाए हुए है और कार्यशैली में ढिलाई या व्यवहार में ढंगहीनता को बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है। मंत्रियों और विधायकों दोनों को साफ संदेश दिया गया है कि जनता से सीधा जुड़ाव बनाए रखें, अनुशासन में रहें, और प्रदर्शन में सुधार लाएं, नहीं तो संगठन का अगला कदम और भी कड़ा हो सकता है।

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