रायपुर: एम्स रायपुर के ऑडिटोरियम में आज “निक्षय निरामय छत्तीसगढ़” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस पहल के तहत आगामी 100 दिनों तक टीबी, मलेरिया और कुष्ठ रोगियों की पहचान कर उनका उपचार सुनिश्चित किया जाएगा।
कार्यक्रम में उन लोगों का भी सम्मान किया गया जिन्होंने टीबी और कुष्ठ जैसी गंभीर बीमारियों पर विजय प्राप्त कर स्वस्थ जीवन की ओर कदम बढ़ाए हैं। बस्तर के तोकापाल क्षेत्र की रहने वाली बबीता नाग इसका एक प्रमुख उदाहरण हैं। बबीता ने टीबी से जूझते हुए सरकारी योजनाओं का लाभ लिया और समय पर दवाइयों एवं पोषण आहार के सेवन से पूरी तरह स्वस्थ हो गईं।
कार्यक्रम में बबीता ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद दिया, जिनकी पहल ने उन्हें बीमारी के प्रति जागरूक किया और समय पर इलाज के लिए प्रेरित किया। बबीता ने अपने हाथों से मुख्यमंत्री को “निक्षय निरामय सूत्र” बांधते हुए प्रदेश में स्वास्थ्य संवर्धन के लिए किए जा रहे कार्यों के प्रति आभार व्यक्त किया।
निक्षय निरामय छत्तीसगढ़ कार्यक्रम के तहत राज्य सरकार का लक्ष्य है कि टीबी, मलेरिया और कुष्ठ जैसे रोगों से पीड़ित हर व्यक्ति की पहचान कर उन्हें समय पर इलाज और आवश्यक सहायता प्रदान की जाए। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि राज्य सरकार प्रदेश को स्वस्थ बनाने के लिए संकल्पित है और इस दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।