छत्तीसगढ़ के रायपुर (दक्षिण) विधानसभा सीट के लिए 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और भाजपा के अनुभवी नेता व आठ बार के विधायक बृजमोहन अग्रवाल के लिए साख का सवाल बन गया है। दोनों नेता केंद्र में अपनी पार्टी में फिर से प्रमुख भूमिका पाने के लिए जोर-शोर से चुनाव प्रचार में जुटे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, जिनकी पार्टी में पकड़ पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद कमजोर हुई थी, इस उपचुनाव के जरिए अपनी राजनीतिक पकड़ मजबूत करना चाहते हैं। उन्होंने अपने विश्वासी युवा नेता आकाश शर्मा को पार्टी का उम्मीदवार बनवाया है और राज्य के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को एकजुट कर जोरदार प्रचार अभियान चला रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस ने ब्राह्मण मतदाताओं को ध्यान में रखते हुए आकाश शर्मा को उम्मीदवार बनाया है, क्योंकि भाजपा ने इस सीट से ओबीसी उम्मीदवार सुनील सोनी को उतारा है। रायपुर (दक्षिण) सीट पर लगभग 40,000 ब्राह्मण, 12,000 मुस्लिम और 18,000 दलित वोट हैं, जो चुनाव में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
वहीं, भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल, जो आठ बार रायपुर (दक्षिण) से विधायक रह चुके हैं और हाल ही में लोकसभा सदस्य चुने गए हैं, अपनी राजनीतिक विरासत को बरकरार रखने के लिए इस सीट पर जीत सुनिश्चित करना चाहते हैं। उन्होंने अपने समर्थक सुनील सोनी को टिकट दिलाया है और भाजपा के पक्ष में जीत के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं।
रायपुर (दक्षिण) का यह उपचुनाव दोनों नेताओं के लिए एक बड़ी चुनौती है, जहां भाजपा के पास 90 सदस्यीय विधानसभा में 53 सीटों की संख्या है जबकि कांग्रेस के पास 35 सीटें हैं।