प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार संविधान को लेकर विपक्ष की आलोचना का खुलकर जवाब दिया है. राजस्थान के बाड़मेर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि संविधान सरकार के लिए गीता, कुरान और बाइबिल की तरह है। उन्होंने बाबा साहेब अंबेडकर के नाम का इस्तेमाल करते हुए कहा कि आज वो खुद भी आ जाएं तो भी संविधान को रद्द नहीं कर सकते. दरअसल, कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि अगर बीजेपी तीसरी बार सत्ता में आई तो ये लोग संविधान को नष्ट कर देंगे.
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि दशकों तक एससी, एसटी और ओबीसी भाई-बहनों के साथ भेदभाव करने वाली कांग्रेस इन दिनों एक मिथकीय संतुलन साधने का काम कर रही है. जब भी कोई चुनाव आता है, संविधान के नाम पर झूठ बोलना सभी गठबंधन दलों के लिए फैशन बन गया है। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस ने, जिसकी वजह से बाबा साहब अंबेडकर अपने जीवनकाल में चुनाव हार गए थे, उन्हें भारत रत्न नहीं मिलने दिया, जिन्होंने राष्ट्रीय आपातकाल लगाकर संविधान को खत्म करने की कोशिश की थी.’ आज वो मोदी को गाली देने के लिए संविधान के नाम पर झूठ की आड़ ले रही है।