भाजपा के मंडल चुनावों को लेकर गुटबाजी चरम पर है। जेवरा सीरसा मंडल में अध्यक्ष पद के निर्वाचन को लेकर एक बार फिर से विवाद की स्थिति निर्मित हो गई। यहां अध्यक्ष पद पर सर्वसहमति नहीं बनने के बावजूद एक व्यक्ति विशेष को निर्वाचित घोषित किए जाने से हंगामा हो गया था। तमाम विरोधों के बावजूद यहां अध्यक्ष पद की घोषणा कर दी गई। जिस पर रोष जाहिर करते हुए कार्यकर्ताओं ने कहा कि जिम्मेंदार कर रहे है मनमानी। देखें विडियों…
दुर्ग (छत्तीसगढ़)। संगठन चुनाव को लेकर जिला भाजपा में जबरदस्त गुटबाजी देखने को मिल रही है। अपने चहेतों को पदासीन करने के लिए जिम्मेंदार कार्यकर्ताओं की पसंद को भी दरकिनार कर रहे है। इस स्थिति के चलते प्राय: हर मंडल में विवाद की स्थिति बन रही है। जिले के 13 मंडलों में से 5 मंडल के अध्यक्ष पद के लिए सर्वसहमति नहीं बनी है। इसके बावजूद चुनाव प्रक्रिया की जिम्मेदारी निभाने वाले मंडल में एकतरफा अध्यक्ष पद की घोषणा करने आतुर है। इस स्थिति को लेकर रविवार को जेवरा सीरसा मंडल चुनाव की प्रक्रिया के दौरान हंगामा हो गया। यहां एक व्यक्ति पर सहमती नहीं बनी थी। आरोप है कि चुनाव अधिकारी ने मनमानी करते हुए यहां अध्यक्ष पद पर जितेन्द्र वर्मा के निर्वाचित होने की घोषणा कर दी। जिस पर कार्यकर्ता बिफर गए थे। इस मंडल का निर्वाचन कराने के लिए भाजपा के शिव चंद्राकर, सतीश समर्थ, अनूप गटागट, संतोष सोनी सहित अन्य मौके पर पहुंचे थे। इससे पूर्व पटरी पार मंडल में भी सर्वसहमति नहीं बनी थी और कार्यकर्ताओं ने एक व्यक्ति विशेष का नाम चुनाव अधिकारी द्वारा घोषित किए जाने के प्रयास का विरोध किया था। इस दौरान हाथापाई की स्थिति भी निर्मित हो गई थी। जेवरा सीरसा, पटरी मंडलों के अलावा धमधा मंडल, लिटिया बोरी मंडल, सदर मंडल में अध्यक्ष पद को लेकर सर्वसहमति नहीं बनी है। रविवार को सदर मंडल का चुनाव होना भी निर्धारित था, लेकिन चुनाव को चुनाव अधिकारी द्वारा स्थगित कर दिया गया। आरोप लग रहे है कि एकगुट विशेष का प्रत्याशी इस मंडल में नहीं होने के कारण चुनाव को स्थिगित किया गया है।