अमेरिका ने एक बार फिर से डेनमार्क के द्वीप ग्रीनलैंड को खरीदने की मंशा जताई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसके लिए प्रस्ताव रखा, लेकिन डेनमार्क ने कहा कि द्वीप बिक्री के लिए नहीं हैं। यह पहली बार नहीं होगा जब एक अमेरिकी नेता ने दुनिया के सबसे बड़े द्वीप, डेनमार्क के एक स्वायत्त क्षेत्र को खरीदने की कोशिश की है।
दुनिया के नक्शे पर अपनी छाप छोडऩे के उद्देश्य से, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिका के लिए ग्रीनलैंड खरीदने के बारे में सहयोगियों से बात की है। ट्रम्प ने कानून बनाने वालों के साथ बातचीत में ग्रीनलैंड को खरीदने के लिए कई बार प्रस्ताव लाया, लेकिन उनकी टिप्पणियों को गंभीरता से नहीं लिया गया। वहीं ग्रीनलैंड ने कहा है कि यह बाजार पर नहीं है। ग्रीनलैंड सरकार ने अपनी वेबसाइट पर कहा है कि यूएसए के साथ हमारा अच्छा सहयोग है और हम इसे अपने देश में निवेश में अधिक रुचि और हमारे द्वारा पेश की जाने वाली संभावनाओं के रूप में देखते हैं। इसके बावजूद ग्रीनलैंड बिक्री के लिए नहीं है। इस संबंध में व्हाइट हाउस और डेनमार्क की ओर से किसी प्रकार की टिप्पणी नहीं की गई है। राष्ट्रपति ट्रम्प अगले महीने डेनमार्क की यात्रा पर जाने वाले हैं।
अमेरिका ने पहले भी की थी पहल
यह पहली बार नहीं होगा जब एक अमेरिकी नेता ने दुनिया के सबसे बड़े द्वीप, डेनमार्क के एक स्वायत्त क्षेत्र को खरीदने की कोशिश की है। वर्ष1946 में, अमेरिका ने आर्कटिक द्वीप के सामरिक भागों के लिए अलास्का में भूमि की अदला-बदली के विचार के साथ ग्रीनलैंड को खरीदने के लिए प्रस्ताव लाया था। इसके लिए डेनमार्क को 100 मिलियन डालर का भुगतान करने का प्रस्ताव भी दिया था। copy from web