कोरोना का कहर, सरकारी अस्पतालों में बढ़ाई जा रही आक्सीजन युक्त बेड की संख्या

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। जिले में कोरोना संक्रमण की बढ़ती स्थिति को देखते हुए सरकारी अस्पतालों में आक्सीजन युक्त बेड की संख्या बढ़ाए जा रहे है। अब तक सरकारी अस्पतालों में 500 की संख्या में आक्सीजन युक्त बेड़ है, जिन्हें बढ़ाकर 700 किया जा रहा है। इसके साथ ही अस्पताल व होम आइशोलेशन में रहने वाले मरीजों को मानसिक स्वास्थ्य की सुविधाएं भी दी जाएगी। मरीजों के अस्पताल में होने वाले मानसिक दबाव को कम करने के लिए परिजनों से मोबाइल पर बात करने की छूट भी प्रदान की जा सकती है।
बता दें कि दुर्ग जिला में कोरोना संक्रमण की दर में तेजी से इजाफा हुआ है। इसके साथ ही संक्रमण से मरने वाले मरीजों की संख्या में ते जी से बढ़ रही है। जिससे खौफ का माहौल निर्मित हो गया है। यह आंकड़ा जिला के अस्पतालों में आक्सीजन युक्त बेड की कमी और वैटिलेंटर्स जैसे संसाधनों के आभाव के कारण बन रही है। संक्रमित मरीज को समय पर उचित इलाज नहीं मिलने से मौत का आंकड़ा बढ़ा है। इस समस्या से निपटने के लिए प्रशासन द्वारा अब कवायद शुरु की गई है।

स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में शुक्रवार तक कोरोना के 18,374 से अधिक सक्रिय केस थे। वहीं होम आइसोलेशन में रहने वालों की संख्या भी 22,869 से अधिक है। 315 मरीज स्वस्थ्य होकर डिस्चार्ज हुए हैं।
निजी अस्पतालों में भी बढ़ेगी संख्या
सीएमएचओ डॉ. गम्भीर सिंह ठाकुर ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन सुविधा युक्त बेड को बढाकर 115 किया जा रहा है। शंकराचार्य कोविड सेंटर में 10 बेड, झीट में 25 बेड, सुपेला में 50 बेड सहित अन्य सरकारी अस्पतालों में 700 ऑक्सीजन बेड की संख्या निरंतर बढाने का प्रयास किया जा रहा है। वर्तमान में सरकारी अस्पतालों में करीब 500 ऑक्सीजन बेड हैं। वहीं वेंटिलेटर की संख्या 36 है। कोरोना इलाज के लिए अधिकृत जिले के निजी अस्पतालों में 234 ऑक्सीजन बेड और 50 वेंटिलेटर हैं। आक्सीजन सपोर्ट वाले बेड की संख्या बढ़ाने से अति गंभीर कोरोना मरीजों को राहत मिलेगी। सीएमएचओ डॉ गम्भीर सिंह ठाकुर ने सुविधाएं बढाने के लिए समीक्षा बैठक भी ली है। जिसमें तय हुआ कि चरणबद्व तरीके से ऑक्सीजन बेड की संख्या को पहले आवश्यकतानुसार बढाई जाएगी।
जिले में 3 लाख 30 हजार का हुआ टीकाकरण
जिले में कोरोना के बढते संक्रमण को थामने के लिए 268 सरकारी व 22 निजी अस्पतालों में वैक्सीनेशन किया जा रहा है । 16 जनवरी से 9 अप्रैल तक फं्रट लाइन वर्कर, हेल्थ वर्कर, 60 व 45 से अधिक उम्र के आज तक 3.30 लाख हितग्राहियों को टीके लग गए हैं। अब तक हेल्थ वर्कर को प्रथम डोज 18,913 व द्वितीय डोज 14, 197, फ्रंट लाइन वर्कर को प्रथम डोज 20,618 व द्वितीय डोज 12,048, वृद्वजनों में 60 वर्ष से अधिक उम्र को प्रथम डोज 1,10,094 व द्वितीय डोज 4,088 और 45 से अधिक उम्र को प्रथम डोज 1,48,906 व द्वितीय डोज 969 सहित कुल 3,29,833 लोगों को टीके लगाए जा चुके हैं। आज सरकारी व प्राइवेट टीकाकरण केंद्रों में 60 से अधिक उम्र के 3358 लोगों, 45 से अधिक उम्र के 10,714 लोगों, हेल्थ वर्कर 70 लोगों को और फ्रंट लाइन वर्कर 201 सहित कुल 14,343 हितग्राहियों को टीके लगाए गए हैं। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ सुदामा चंद्राकर ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग से मिले निर्देश के अनुसार हेल्थ वर्कर व फ्रंट लाइन वर्कर जिनका टीकाकरण छुटे हुए हैं उनका ऑन साइट पंजीकरण केवल शासकीय कोविड वैक्सीनेशन सेंटर में किया जाएगा।