दुर्ग (छत्तीसगढ़)। सिक्खों के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंघ के साहिबज़ादों के शहीदी दिवस पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में साहिबजादों को नमन करते हुए लोगों ने परिवार के सदस्यों के साथ रक्तदान कर श्रद्धांजली अर्पित की। रक्तदानियों में शामिल पुष्पा बेन आड़तिया 63 वर्ष की आयु में रक्तदान कर जिले की सबसे अधिक उम्र की रक्तदाता बनीं।
शहीदी दिवस पर दुर्ग ब्लड बैंक में पहली बार एक साथ परिवार के सदस्यों ने रक्तदान किया। जिसमें शैलेन्द्र सिंह (हैप्पी) ने अपनी पत्नी दिलप्रीत कौर (रीटा) व भाई जसविंदर सिंह के साथ। कुलदीप भामरा ने अपने पुत्र मनदीप भामरा व भाई अमृतपाल भमरा के साथ रक्तदान किया। पुष्पा बेन आढ़तिया ने अपने पोते कुणाल आढ़तिया, बहु नैना आढ़तिया, नाती तिलक भोजानी व भतीजी श्रद्धा के साथ रक्तदान किया। राहुल पाटनी ने अपने पुत्र कुणाल पाटनी, मोनिंदर सिंह ने पत्नी बलबीर कौर, भाई मनमीत उनकी पत्नी किरणप्रीत सहित परिवार के सदस्यों ने रक्तदान किया। इनके आलावा माधुरी तिवारी ने रायपुर और विक्रम सिंह ने जगदलपुर से आ कर रक्तदान किया
नव दृष्टि फाउंडेशन के कुलवंत भाटिया ने बताया कि यह पहला मौका है जब इतने अधिक रक्तदानियों ने सपरिवार रक्तदान किया है। जिले की सबसे उम्रदराज रक्तदाता पुष्पाबेन संस्था के संस्थापक सदस्य राज आढ़तिया की मां हैं। कार्यक्रम के दौरान स्त्री सत्संग सभा के सदस्यों ने सभी रक्तदानियों को प्रशस्ति पत्र दे कर सम्मानित किया। नवदृष्टि फाउंडेशन के अनिल बल्लेवार, कुलवंत भाटिया, राज आढ़तिया, प्रवीण तिवारी, मुकेश आढ़तिया, हरमन दुलई, प्रभु दयाल उजाला, प्रमोद बाघ, रितेश जैन, विकास जायसवाल, जितेंद्र हासवानी, सत्येंद्र राजपूत, गोपी रंजन दास, धर्मेंद्र शाह, पियूष मालवीय, मुकेश राठी, संतोष राजपुरोहित, रवि कुकरेजा, किरण भंडारी आदि ने सभी रक्तदाताओं को साधुवाद दिया।