एजुकेशन वर्ल्ड पत्रिका का सर्वेक्षण, साइंस काॅलेज दुर्ग को मिला पूरे देश में 10वां स्थान

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग (छ.ग.) की उपलब्धियों में आज एक और अध्याय जुड़ गया जब एजुकेशन वल्र्ड नामक पत्रिका द्वारा सम्पूर्ण भारत के शासकीय स्वशासी महाविद्यालयों की गुणवत्ता संबंधी जारी रैंकिंग में साइंस काॅलेज दुर्ग को पूरे देश में 10वां स्थान प्राप्त हुआ। महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. आर. एन. सिंह ने प्रसन्नतापूर्वक यह जानकारी देते हुए बताया कि भारत में शीर्षस्थ 10 शासकीय स्वशासी महाविद्यालयों की सूची में छ.ग. से एकमात्र साइंस काॅलेज दुर्ग को स्थान प्राप्त हुआ है। यह स्थान महाविद्यालय की अकादमिक, सांस्कृतिक, अन्य पाठयेत्तर गतिविधियां, रिसर्च, खेलकूद, एवं अन्य गतिविधियों में सहभागिता पर किये गये सर्वेक्षण व मूल्यांकन के आधार पर प्राप्त हुआ है।

इस सफलता का श्रेय समूचे महाविद्यालय परिवार को देते हुए डाॅ. आर. एन. सिंह ने बताया कि इस सूची में शास. बिलासा कन्या महाविद्यालय बिलासपुर को 12वां, शासकीय इंजीनियर राघवराव साइंस कालेज बिलासपुर को 17वां तथा शासकीय नागार्जुन साइंस कालेज रायपुर को 31वां स्थान प्राप्त हुआ हैं।
इस प्रकार भारत के 50 श्रेष्ठ शासकीय स्वशासी महाविद्यालयों की सुची में छत्तीसगढ़ के 4 महाविद्यालयों को स्थान मिला है। प्रथम स्थान केरल एर्नाकुलम के महाराजा कालेज को मिला है। इंदौर के होलकर साइंस कालेज को तृतीय स्थान मिला है। प्राचार्य डाॅ. आर. एन. सिंह ने बताया कि इस प्रकार के रचनात्मक सर्वेक्षण से प्राध्यापकों एवं विद्यार्थीयों में एक नई ताजगी आ जाती है और जिन महाविद्यालयों को स्थान प्राप्त नहीं हो पाया है वे पुनः नई ऊर्जा के साथ अपनी कमियों को दूर करने में लग जाते है।
प्राचार्य डाॅ. आर. एन. सिंह के अनुसार वर्तमान में महाविद्यालय में लगभग 6 हजार नियमित विद्यार्थी, लगभग 100 नियमित सहायक प्राध्यापक, 75 से अधिक नियमित व जनभागीदारी मद पर कार्यरत कर्मचारी है। 18 विषयों में स्नातकोत्तर अध्ययन की सुविधा वाले इस महाविद्यालय में 16 स्नातकोत्तर विभाग मान्यता प्राप्त शोध केन्द्र है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर महाविद्यालय के शोधकर्ताओं के शोध पत्र प्रकाशित हैं। खेलकूद व अकादमिक, सांस्कृतिक गतिविधियों में भी महाविद्यालय ने राष्ट्रीय स्तर पर अनेक सफलता अर्जित की है लगभग 1 लाख से अधिक पुस्तकों वाला कम्प्यूटरीकृत ग्रंथालय विद्यार्थियों हेतु सुविधा प्रदान करने में विशिष्ट स्थान रखता हैै। महाविद्यालय में इग्नू एवं पं. सुंदरलाल शर्मा मुक्त वि. वि. के अध्ययन केन्द्र भी संचालित हैं।