कश्मीर में बर्फबारी के बीच दिल के दौरे और स्ट्रोक का खतरा बढ़ा, डॉक्टरों ने दी सावधानी बरतने की सलाह

कश्मीर में बर्फबारी और शून्य से नीचे गिरते तापमान के बीच दिल के दौरे और स्ट्रोक का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज (जीएमसी), श्रीनगर के कार्डियोलॉजी विभाग के विशेषज्ञों ने लोगों को खासतौर पर जोखिम समूह के लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।

जीएमसी श्रीनगर के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख द्वारा जारी सलाह में कहा गया है कि ठंड के मौसम में हृदय संबंधी आपात स्थितियां, जैसे मायोकार्डियल इंफार्क्शन (एमआई), गंभीर खतरा बन सकती हैं। कश्मीर में, जहां 30% वयस्क हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) से पीड़ित हैं, यह समस्या और गंभीर हो जाती है।

ठंड का हृदय स्वास्थ्य पर प्रभाव

ठंड में खून की नलिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिससे रक्तचाप बढ़ता है और हृदय पर अधिक दबाव पड़ता है। यह वासोकंस्ट्रिक्शन और ठंड के मौसम में होने वाले श्वसन संक्रमण दिल के दौरे और स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।

आंकड़े:

  • वैश्विक स्तर पर ठंड के कारण हर साल 10 मिलियन लोग विकलांगता का शिकार होते हैं और 500,000 मौतें होती हैं।
  • ठंड के महीनों में वायु प्रदूषण भी बढ़ता है, जो हृदय पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।

कौन हैं सबसे अधिक खतरे में?

  • बुजुर्ग
  • हाइपरटेंशन, डायबिटीज या मोटापे से ग्रस्त लोग
  • धूम्रपान करने वाले और दिल की बीमारियों का इतिहास रखने वाले लोग

क्षेत्रीय खानपान और आदतें बढ़ा रहीं खतरा

एसएमएचएस अस्पताल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. इरफान अहमद भट ने बताया कि कश्मीर में पारंपरिक नमकीन चाय (नून चाय) और प्रोसेस्ड फूड का अधिक सेवन उच्च रक्तचाप को बढ़ा सकता है। इसके अलावा, ठंड की दवाओं में मौजूद डीकंजेस्टेंट्स रक्तचाप को और बढ़ा सकते हैं।

दिल और स्ट्रोक के जोखिम को कम करने के उपाय

जीएमसी द्वारा जारी सुझाव:

  1. गर्म रहें:
    • पर्याप्त हीटिंग के साथ घर के तापमान को आरामदायक रखें।
    • बाहर निकलते समय गर्म कपड़े, टोपी, दस्ताने और ऊनी जूते पहनें।
  2. श्वसन संक्रमण से बचें:
    • ठंड में बेवजह बाहर जाने से बचें।
    • फ्लू का टीका लगवाएं।
  3. खानपान में बदलाव करें:
    • फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और कम नमक वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
    • नून चाय और प्रोसेस्ड फूड से परहेज करें।
  4. व्यायाम और तनाव प्रबंधन:
    • हल्का व्यायाम जैसे योग या स्ट्रेचिंग करें।
    • ध्यान और डीप ब्रीदिंग तकनीक अपनाएं।
  5. धूम्रपान और शराब से बचें:
    • धूम्रपान न करें, क्योंकि यह रक्त नलिकाओं को संकुचित करता है।
    • शराब का सेवन सीमित करें।
  6. नियमित स्वास्थ्य जांच:
    • अपने डॉक्टर से नियमित परामर्श लें और रक्तचाप की निगरानी करें।

डॉक्टरों का संदेश

एसकेआईएमएस के वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. इमरान हफीज ने ठंड के समय हृदय स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ठंड में ब्लड प्रेशर बढ़ने से हृदय संबंधी आपात स्थितियां पैदा हो सकती हैं, जिनसे बचाव के लिए समय पर सावधानी जरूरी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *