कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने उद्यानिकी विभाग की नर्सरी का भी निरीक्षण किया। उन्होंने नर्सरी में रोपे जाने वाले सभी पौधों का अवलोकन किया। नर्सरी में आम, अमरूद, बेर, आंवला, नींबू, करौंदा, मौसम्बी, कलमी, बीजू एवं अन्य सजावटी पौधे वर्तमान में रोपित किए गए है। कलेक्टर ने इनके आंकड़ों की जानकारी ली एवं नर्सरी में सजावटी पौधों की संख्या को और बढ़ाने के लिए कहा। उन्होंने विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि निजी नर्सरी संचालकों की तरह ही सरकारी नर्सरी के पौधों को जनता तक पंहुचाया जाए। साथ ही उन्होंने नर्सरी के सजावटी पौधों को सभी सरकारी कार्यालयों एवं भवनों में रोपित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर सुश्री चौधरी ने इसके बाद बीज निगम का निरीक्षण किया। वहां उन्होंने जिले में सभी विकासखण्डों में सिंचाई हेतु उपलब्ध संसाधनों, रोपे जाने वाले बीजों एवं बीजोत्पादन हेतु उपलब्ध भूमि (क्षेत्रफल) की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने बीज निगम अधिकारियों को उन्नत किस्म के बीजों की पहचान कर उनका उत्पादन बढ़ाने को कहा। कलेक्टर ने कहा कि अधिकारी ज्यादा से ज्यादा कृषकों को मोटे धान के साथ-साथ निजी उपयोग हेतु पतले धान के उत्पादन के लिए प्रेरित करें। परिसर का अवलोकन कर कलेक्टर ने परिसर में साफ-सफाई व रंग-रोगन कराने के निर्देश दिए।
कलेक्टर सुश्री चौधरी ने क्षेत्रीय कृषि प्रसार एवं प्रशिक्षण संस्थान का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने संस्थान का नवनिर्मित सभागार भवन का अवलोकन कर भवन के अधोसंरचना की प्रशंसा की। उन्होंने संस्थान के लैब एवं लैब में उपलब्ध उपकरणों का भी अवलोकन किया। उपकरणों की स्थिति एवं लैब में साफ-सफाई की व्यवस्था ठीक न होने पर उन्होंने संबंधित अधिकारी-कर्मचारियों पर नाराजगी जताई एवं लैब के उपकरणों को ठीक करवाने व परिसर में साफ-सफाई करवाने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान उप संचालक उद्यानिकी श्रीमती पूजा कश्यप, उप संचालक कृषि श्री एल.एम. भगत एवं विभाग के अन्य अधिकारीगण मौजूद रहें।