रायपुर (छत्तीसगढ़)। देश भर में गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया गया। संविधान लागू होने की इस 74वीं वर्षगांठ पर छत्तीसगढ़ में एक नया इतिहास लिखा गया है। थर्ड जेंडर ने मुख्यमंत्री को सलामी दी। बस्तर फाइटर्स बनकर पहली बार गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल हुए। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार जताते हुए कहा कि कभी सोचा नहीं था, यहां तक पहुंचेंगे।जगदलपुर के लालबाग में हुए समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ध्वजारोहण किया। इसके बाद परेड निकली और जवानों ने मार्च पास्ट करते हुए मुख्यमंत्री को सलामी दी।
इस दौरान बस्तर फाइटर्स के दल में आठ थर्ड जेंडर भी शामिल थे। खुद को मिले सम्मान से बहुत खुश थे। उनके साथ ही उनके परिवार के लोग भी मौजूद थे, जो अपनी खुशी को बयान नहीं कर पा रहे थे।बस्तर फाइटर में शामिल दिव्या निषाद ने बताया कि थर्ड जेंडर समाज के सदस्यों ने कभी भी नही सोचा था कि उन्हें प्रदेश के मुखिया के द्वारा इतनी बड़ी सौगात दी जाएगी। उन्हें पुलिस बल में शामिल होने का मौका मिलेगा।
बस्तर फाइटर के गठन के साथ ही थर्ड जेंडर को भी शामिल करने की बात सामने आई। थर्ड जेंडर सदस्यों ने दिन-रात मेहनत शुरू की।रायपुर के माना कैंप में हुई ट्रेनिंगचयन के दौरान फिजिकल, साक्षात्कार, परीक्षा पार करने के बाद सूरज कुमार, हिमाशी सोरी, सीमा प्रधान, रिया मंडावी, दामिनी कोर्राम, सानू, रानी मंडावी और उसका चयन किया गया। हम सभी को ट्रेनिंग के लिए रायपुर के माना कैंप भेजा गया। इस बार गणतंत्र दिवस समारोह की परेड में शामिल होने को कहा गया। जहां 17 जनवरी से लगातार अभ्यास कर रहे थे।