नशामुक्ति अभियान जियो खुलकर, 1000 से अधिक बच्चों ने जागरुकता शिविर में लिया नशामुक्ति का संकल्प

जिला पुलिस बल द्वारा प्रारंभ किए गए नशा मुक्ति अभियान जियो खुलकर के तहत आयोजित कार्यक्रम में पुलिस महानिरिक्षक विवेकानंद सिंहा ने शामिल होकर बच्चों को जागरुक किया। कार्यक्रम में एसएसपी अजय यादव, कलेक्टर अंकित आनंद के साथ पुलिस विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। 1000 से अधिक विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों ने इस कार्यक्रम में शामिल होकर शहर को नशा से मुक्त करने का संकल्प लिया।

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। आदित्य नगर स्थित कुशाभाऊ ठाकरे भवन में आयोजित इस नशा मुक्ति अभियान के दौरान स्कूली बच्चों को नशे से होने वाले दुष्प्रभाव से अवगत कराया गया। उन्हें आसपास में नशा से प्रभावित लोगों को नशा से दूर किस प्रकार से रखा जाए, इसकी जानकारी दी गई। पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज विवेकानंद सिन्हा ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि नशा करना है तो पढ़ाई से अपने लक्ष्य को प्राप्त करने का करें। उन्होंने रोचक कहानियों से बच्चों को नशा से दूर रहने के लिए प्रेरित किया। एएसपी अजय यादव द्वारा बच्चों से पूछा गया कि पुलिस कितने बच्चें बनना चाहते हैं, तो सभी बच्चों ने अपने हाथ उठाकर पुलिस बनने के लिए अपनी सहमति प्रकट की। जिस पर एसएसपी ने उन्हें कहा कि आपको मानसिक रूप से तैयार होना पड़ेगा, अपितु शारीरिक रूप से भी मजबूत बनना पड़ेगा। यह तभी हो सकता है जब आप नशे जैसे नकारात्मक चीजों से दूर रहें। कलेक्टर अंकित आनंद ने भी बच्चों को नशा मुक्ति हेतु जिला प्रशासन द्वारा विशेष रणनीति बनाने की बात कही, साथ ही जियो खुलकर की हेल्पलाइन के सार्थक प्रयोग के बारे में बताया।

यह अभियान दुर्ग पुलिस के नेतृत्व में नशे के खिलाफ संयुक्त रूप से चलाया जा रहा है। अभियान में दुर्ग पुलिस के साथ साथ समाज कल्याण विभाग, स्वास्थ्य विभाग तथा विभिन्न गैर सरकारी संगठन कल्याणी, ब्रह्माकुमारीज, गायत्री परिवार आदि संस्थाएं सगहयोग प्रदान कर रही है। कुशाभाऊ ठाकरे भवन में आयोजित जिओ खुलकर अभियान के तहत आयोजित कार्य क्रम में एएसपी (सिटी) रोहित कुमार झा, एएसपी (रूलर) लखन पटले, डीएसपी प्रवीर तिवारी, सीएसपी विवेक शुक्ला भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में दुर्ग शहर के उच्च एवं उच्चतर माध्यमिक स्कूलों के लगभग 1000 छात्र उपस्थित थे। अधिकांशत: ऐसे मोहल्लों एवं बस्तियों से आते हैं, जहां नशा एक बहुत बड़ी समस्या है, अत: इनको नशे से दूर रखने के लिए आवश्यक था कि बचपन से ही बच्चों को नशे के खिलाफ जागरूक किया जाए। उपस्थित अतिथियों द्वारा बच्चों को नशे से होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में बताया गया। उन्हें सीएसपी ऑफिस दुर्ग परिसर में संचालित जियो खुलकर नशा मुक्ति परामर्श केंद्र के बारे में जानकारी भी दी गई।

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