श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में बुधवार को पाकिस्तानी सैनिकों ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर भारतीय चौकियों पर अकारण गोलीबारी की। भारतीय सेना ने इसका सख्त जवाब दिया, जिससे पाकिस्तानी पक्ष को भारी नुकसान उठाना पड़ा। सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान को भारी हताहतों का सामना करना पड़ा, हालांकि भारतीय सेना ने इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
संघर्ष विराम उल्लंघन के बाद एलओसी पर बढ़ा तनाव
यह संघर्ष विराम उल्लंघन ऐसे समय में हुआ है जब अखनूर सेक्टर में एक दिन पहले आईईडी धमाके में भारतीय सेना के दो जवान शहीद हो गए थे, जिनमें एक कैप्टन रैंक का अधिकारी भी शामिल था। यह घटना एलओसी पर बढ़ते तनाव को दर्शाती है।
अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने कृष्णा घाटी सेक्टर के तारकुंडी इलाके में अग्रिम चौकी पर गोलीबारी की, जिसके बाद भारतीय सेना ने कड़ी जवाबी कार्रवाई की।
सीमा पर बढ़ी गतिविधियां, सेना अलर्ट पर
पिछले कुछ दिनों से नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ और आतंकी गतिविधियों में इजाफा हुआ है। पिछले पांच दिनों में चौथी बार सीमा पार से गोलीबारी हुई है।
- 8 फरवरी: राजौरी के केरी सेक्टर में सेना की एक गश्ती टीम पर आतंकियों ने हमला किया।
- 5 फरवरी: कृष्णा घाटी सेक्टर में घुसपैठ के प्रयास के दौरान बारूदी सुरंग विस्फोट हुआ, जिसमें कुछ आतंकी हताहत हुए।
- 4 फरवरी: नौशेरा सेक्टर में एक भारतीय सैनिक को सीमा पार से गोली लगी।
भारतीय सेना का सतर्क पहरा
इस बीच, एक जूनियर कमीशंड अधिकारी (JCO) को उस समय हल्की चोटें आईं, जब वह भूमिगत बारूदी सुरंग पर पैर रख बैठे। उन्हें तत्काल सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सेना के शीर्ष अधिकारियों ने सुरक्षा हालात की समीक्षा की
10 फरवरी को व्हाइट नाइट कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (GOC) लेफ्टिनेंट जनरल नवीन सचदेवा ने राजौरी सेक्टर में सुरक्षा स्थिति और सीमा पार से बढ़ती गतिविधियों की समीक्षा की।
भारतीय सेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जानकारी दी कि सेना प्रमुखों ने अग्रिम चौकियों का दौरा किया और सैनिकों की सतर्कता की सराहना की। उन्होंने सभी जवानों को हर स्थिति के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया।
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