छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के दौरान गड़बड़ी के मामलों का सिलसिला थम नहीं रहा है। बिलासपुर जिले में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां 82.20 क्विंटल धान विक्रय के लिए जारी टोकन में गड़बड़ी पकड़ी गई। जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए न केवल टोकन को निरस्त किया, बल्कि किसान पोर्टल में दर्ज संबंधित कृषक के धान रकबे को भी विलोपित करा दिया है।
जिले के कलेक्टर के निर्देश पर धान उपार्जन केंद्रों पर सख्त निगरानी रखी जा रही है। जिला खाद्य अधिकारी के अनुसार, बिलासपुर तहसील स्थित महमंद धान उपार्जन केंद्र पर नायब तहसीलदार ने औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि सेवा सहकारी समिति महमंद के एक किसान ने 82.20 क्विंटल धान विक्रय के लिए टोकन लिया था, लेकिन मौके पर धान की वास्तविक उपलब्धता नहीं मिली।
संयुक्त टीम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्रवाई की और गड़बड़ी में शामिल किसान से रकबा समर्पण कराया। अधिकारियों ने बताया कि धान खरीदी में किसी भी प्रकार की अनियमितता या अवैध गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जिला प्रशासन द्वारा दलालों और कोचियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है, ताकि राज्य सरकार की धान खरीदी योजना का सही ढंग से संचालन हो सके और किसानों को इसका पूरा लाभ मिल सके।