सुकमा: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के तुमालपाड़ गांव में 76वें गणतंत्र दिवस पर इतिहास रचते हुए पहली बार तिरंगा फहराया गया। आजादी के बाद से नक्सलियों के खौफ के कारण यहां कभी भी राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराया गया था। लेकिन इस बार सुरक्षा बलों और ग्रामीणों के अदम्य साहस से यह संभव हो पाया।
गुरुवार को सीआरपीएफ की 74वीं वाहिनी के कमांडेंट हिमांशु पांडे के नेतृत्व में ग्रामीणों ने निर्भय होकर गणतंत्र दिवस का जश्न मनाया। इस मौके पर बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सभी ने पूरे जोश और गर्व के साथ इस ऐतिहासिक दिन में हिस्सा लिया।
ग्रामीणों ने मनाया राष्ट्रीय त्यौहार
कमांडेंट हिमांशु पांडे ने ग्रामीणों को गणतंत्र दिवस का महत्व समझाया और सुरक्षा बलों ने न सिर्फ तिरंगा फहराया, बल्कि ग्रामीणों के बीच मिठाई भी बांटी। यह दिन ग्रामीणों के लिए बेहद खास रहा क्योंकि नक्सलियों के आतंक से आज़ादी पाने के बाद पहली बार उन्होंने खुलकर राष्ट्रीय पर्व का उत्सव मनाया।
नक्सली दहशत पर पड़ा सुरक्षा बलों का असर
तुमालपाड़ गांव में अब तक नक्सलियों का दबदबा था, जिसके चलते यहां कभी तिरंगा नहीं फहराया जा सका। लेकिन सुरक्षा बलों की सतर्कता और ग्रामीणों के सहयोग से अब यहां नक्सलियों के खौफ को खत्म कर राष्ट्रीय गर्व का माहौल बनाया गया।