रुड़की: भाजपा के पूर्व विधायक प्रणव सिंह चैंपियन को रविवार को खानपुर विधायक उमेश कुमार के रुड़की कार्यालय में गोलीबारी करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। आज उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा। वहीं, पुलिस ने उमेश कुमार को भी उकसाने के आरोप में हिरासत में लिया है। दोनों नेताओं के बीच लंबे समय से चल रही राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता सोशल मीडिया पर उनके बयानों के कारण चर्चा में रही है।
विधायक उमेश कुमार हिरासत में
शनिवार की शाम उमेश कुमार ने प्रणव सिंह चैंपियन के घर पहुंचकर उन्हें बाहर आने की चुनौती दी। इसके अगले दिन, चैंपियन ने अपने समर्थकों के साथ उमेश कुमार के रुड़की स्थित कार्यालय में हंगामा किया और कई राउंड फायरिंग की। जब उमेश कुमार को इस घटना की जानकारी मिली, तो वे भी अपने समर्थकों के साथ चैंपियन के कार्यालय पहुंच गए और वहीं पर हंगामा किया।
इस दौरान दोनों पक्षों ने गाली-गलौज करते हुए पिस्तौल लहराई। हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोभाल ने बताया कि दोनों नेताओं को एक-दूसरे के खिलाफ दर्ज शिकायतों के आधार पर हिरासत में लिया गया है।
पिस्तौल के लाइसेंस रद्द करने की सिफारिश
हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोभाल ने बताया कि दोनों नेताओं की लाइसेंसी पिस्तौल के लाइसेंस रद्द करने के लिए जिलाधिकारी को सिफारिश भेजी गई है। इसके साथ ही, उनकी सुरक्षा की पुनः समीक्षा की जाएगी।
प्रणव सिंह की पत्नी रानी देवयानी सिंह ने आरोप लगाया कि 25 जनवरी को उमेश कुमार तीन गाड़ियों के साथ रुड़की के लंढौरा स्थित उनके आवास पहुंचे और वहां हंगामा किया। इसी के बाद फायरिंग की घटना हुई।
चैंपियन का बयान
पुलिस वैन से पत्रकारों से बात करते हुए प्रणव सिंह ने आरोप लगाया कि उमेश कुमार ने शनिवार रात उनके लंढौरा स्थित घर पर हमला किया और उन्हें गाली दी। उन्होंने कहा, “जब मैंने प्रतिक्रिया दी, तो मुझे गिरफ्तार कर लिया गया। यह अन्याय है। मैं इसके खिलाफ लड़ाई लड़ूंगा।”