नई दिल्ली: कोचिंग संस्थान FIITJEE ने हाल ही में हुए केंद्रों के संचालन में व्यवधान के लिए ‘आपराधिक साजिश’ और स्वार्थी व्यक्तियों को जिम्मेदार ठहराया है। संस्थान ने कहा कि इस मामले का सच जल्द सामने आएगा और इसमें शामिल व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
केंद्र प्रबंधकों को ठहराया जिम्मेदार
एफआईआईटीजेईई ने शनिवार को एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा कि “केंद्र प्रबंधन साझेदारों” के अचानक से संस्थान छोड़ने और उनके टीमों द्वारा पैदा किए गए व्यवधानों के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। संस्थान ने स्पष्ट किया कि उसने स्वयं किसी भी केंद्र को बंद करने का निर्णय नहीं लिया है। इसके विपरीत, संस्थान के अधिकारी सभी प्रभावित केंद्रों में संचालन बहाल करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं।
माता-पिता और छात्रों को किया आश्वस्त
संस्थान ने माता-पिता और छात्रों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करें। बयान में कहा गया, “एफआईआईटीजेईई पिछले 28 वर्षों से जेईई मेन, जेईई एडवांस्ड, एनटीएसई और ओलंपियाड्स में बेहतरीन परिणाम देता आ रहा है। हमारी प्रतिबद्धता अटूट है।”
आर्थिक संकट और कारण
प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि एफआईआईटीजेईई (FIITJEE) का आर्थिक संकट जनवरी 2024 से और गहराया, जिसके पीछे प्रबंधन साझेदारों की गड़बड़ी और शोषण मुख्य कारण रहे। फरवरी 2024 में, कंपनी ने कोर ग्रुप और प्रबंधन साझेदारों को परिचालन सुधार और कार्य संस्कृति में सुधार के सुझाव दिए थे। हालांकि, कुछ साझेदारों ने इन सुझावों को अनदेखा करते हुए दाखिले रोक दिए और प्रक्रियाओं में व्यवधान पैदा किया, जिससे वित्तीय स्थिति और खराब हो गई।
पारदर्शिता और कानूनी कदमों पर जोर
एफआईआईटीजेईई ने पारदर्शिता और नैतिकता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। संस्थान ने कहा कि उसके खातों का ऑडिट प्रतिष्ठित फर्मों द्वारा किया गया है और वह अपने दावों को प्रमाणित करने के लिए दस्तावेज़ और ऑडिट रिपोर्ट उपलब्ध कराने को तैयार है।
संस्थान ने प्रतिस्पर्धी संस्थानों पर अनुचित व्यापार प्रथाओं में लिप्त होने का आरोप लगाते हुए कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है।