भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद के कड़े तेवर: सरकार को खुले मंच से चुनौती

चंद्रशेखर आजाद अब खुले मंच से सरकार को चुनौती दे रहे हैं। चाहे वह संसद भवन हो या फिर छत्तीसगढ़, उनके तेवर में कोई कमी नहीं आई है।

हाल ही में, एक कार्यक्रम के लिए छत्तीसगढ़ पहुंचे चंद्रशेखर आजाद ने सीधे सरकार को चुनौती दी। उन्होंने कहा, “हम देखेंगे कि अब आप कितने लोगों को जेल भेजेंगे। हम आपकी हिम्मत देखने का काम करेंगे। अगर वह गुंडागर्दी और तानाशाही पर उतर आएंगे तो उसका जवाब देने के लिए चंद्रशेखर आजाद तैयार है। हम उनका कड़ा मुकाबला करेंगे।”

छत्तीसगढ़ में सतनामी समाज आक्रोश में है। इसकी वजह यह है कि मई के महीने में सतनामी समाज के तीर्थ स्थल अमरनाथ गुफा में पवित्र चिन्ह, जिसे जैतखाम कहते हैं, उसमें तोड़फोड़ की गई थी। इस घटना के बाद सतनामी समाज पर सरकारी दफ्तर को फूंकने का आरोप लगा। इस तोड़फोड़ के बाद छत्तीसगढ़ पुलिस ने 153 लोगों को गिरफ्तार किया, जिसके बाद से ही भारी विरोध हो रहा है।

चंद्रशेखर आजाद खुद प्रदर्शन करने छत्तीसगढ़ पहुंचे और उन्होंने भाजपा की धरती पर उन्हें चुनौती दी। उन्होंने कहा, “मैं आज यहां देखने आया हूं कि यहां क्या चल रहा है। मैंने देखा कि लोगों पर 14 एफआईआर हो गई हैं, 153 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। कितने ही निर्दोष लोग पकड़े गए हैं ताकि उनकी आवाजों को दबाया जा सके। सतनामी समाज के कई लोगों को निर्दोष होते हुए भी जेल में डाल दिया गया है। छत्तीसगढ़ सरकार को लगता है कि ये लोग गाय, बैल, बकरी हैं इन पर लाठी बरसाओ, उनकी खाल खींच सकते हैं और इनको जेल भेज सकते हैं, कोई कुछ नहीं बोलेगा।”

नगीना से सांसद बने चंद्रशेखर आजाद के इस तेवर को उनकी दलित पॉलिटिक्स से जोड़कर देखा जा रहा है। अब चंद्रशेखर आजाद यूपी के उप चुनाव में भी अपनी पार्टी के लोगों को उतारने की तैयारी कर रहे हैं।

चंद्रशेखर आजाद के इस कड़े रुख से सरकार को कड़ी चुनौती मिली है। उनके बयानों और कार्यवाहियों से साफ है कि वह अपने समुदाय और उनके अधिकारों के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं।

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