भारत में पिछले कुछ वर्षों में देश की जनसंख्या में वृद्धि होने की चर्च बहुत हो रही है। क्या यह सच है कि मोदी सरकार ही माननी चाहिए इस बदलाव की जिम्मेदार? कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इसे भाजपा की चाल बता रहे हैं।
मोदी सरकार कह रही है कि 2011 की जनगणना में ऐसी स्थिति नहीं थी जैसी कि आज है। देश में अब घुसपैठियों का बढ़ा होने का एहसास है और इसके लिए उनका मानना है कि भाजपा की केन्द्र सरकार जिम्मेदार है। भाजपा से आरोप लगाया जा रहा है कि वे अपने आर्थिक सलाहकार से बात कर मुस्लिमों की आबादी के बढ़ने का भय दिला रहे हैं।
जनसंख्या में इस बदलाव की दोषी मोदी सरकार होगी या भाजपा की कंगाल चाल? आम जनता तैयार है इस मुद्दे पर विचार करने के लिए। भाजपा का यह षड़यंत्र क्या होगा और क्या देश की सीमाएं सुरक्षित रहेंगी? मोदी सरकार ही मानी जायेगी या भाजपा की चाल सामने आएगी, यह अभी सवाल बना हुआ है।
जनता का मानना है कि भाजपा जनसंख्या बढ़ने के मुद्दे को अपनी चुनावी चाल बनाने की कोशिश कर रही है। लेकिन क्या जनता भाजपा के इस षड़यंत्र को समझ चुकी है? यह अभी तक देखने को बाकी है।
इस संदर्भ में, मोदी सरकार ही मानी जाएगी या भाजपा की चाल सचमुच चुनावी मुद्दा बनेगा, सबकुछ जनता के हाथों में है। क्योंकि एक देश जिसे उसकी सीमाओं की रक्षा करने में मदद नहीं मिल सकती, वह किसी के भी षड़यंत्र में फंसना चाहेगा।
भारत में जनसंख्या वृद्धि का यह समय जरूरी है कि सभी राजनीतिक दल इसे सच सामने लाएं और जनता को सही जानकारी प्रदान करें। आने वाले चुनाव में यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा हो सकता है, इसलिए हर एक नागरिक को इस पर गंभीरता से सोचना चाहिए।
आखिरकार, क्या मोदी सरकार ही मानी जाएगी या भाजपा की चाल ही सच साबित होगी, इसका नतीजा वक्त देखेगा। कुछ सवाल अभी अनसुलझे हैं लेकिन उम्मीद है कि सच्चाई जल्दी ही सामने आएगी।