अभ्यास के कारण अधिकतर विदेश में रहने वाले ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा ने गुरुवार को स्वीकार किया कि उनकी स्टार खिलाड़ी की छवि भारत में उनके अभ्यास और प्रतिस्पर्धा में रोड़ा बन जाती है।
मौजूदा विश्व और एशियाई खेलों के चैंपियन 26 वर्षीय चोपड़ा शुक्रवार को यहां डायमंड लीग के पहले चरण में हिस्सा लेंगे।
चोपड़ा ने प्रतियोगिता से पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मेरे लिए मेरा खेल सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। अगर मैं भारत में खेलता हूं तो यह मेरे प्रोफाइल के लिए अच्छा होगा लेकिन वहां कई समारोह और विवाह समारोह भी हैं। इसके अलावा मैं अपने परिवार और दोस्तों से भी मिलना चाहता हूं, लेकिन यह ओलंपिक वर्ष है और मेरे लिए अभ्यास करना सबसे अधिक महत्वपूर्ण है।’’
उन्होंने कहा,‘‘ तोक्यो ओलंपिक से पहले मैं भारत में ही अभ्यास करता था लेकिन अभी मैं केवल अपने खेल पर ध्यान देना चाहता हूं। मैं बाद में भारत में अभ्यास करूंगा।’’
चोपड़ा यहां से भारत जाएंगे जहां वह भुवनेश्वर में 12 से 15 मई के बीच होने वाले फेडरेशन कप में भाग लेंगे। पिछले तीन साल में यह पहला अवसर होगा जबकि वह भारत में किसी प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे।
वह जानते हैं कि भारत में उनका चेहरा जाना पहचाना है और उनकी उपस्थिति से किस तरह से देश में उनके खेल का महत्व बढ़ा।
उन्होंने कहा,‘‘यह विराट कोहली या महेंद्र सिंह धोनी जैसे क्रिकेटरों की तरह नहीं है लेकिन काफी लोग मुझे जानते हैं। मैं कभी-कभी भारत जाता हूं और लोग मुझे जानते हैं जो एथलेटिक्स के लिए अच्छा है। लोग एथलेटिक्स के बारे में जानते हैं और ओलंपिक स्वर्ण पदक के कारण एथलेटिक्स का अनुसरण करते हैं।’’
चोपड़ा ने अभ्यास के लिए पिछले कुछ महीने दक्षिण अफ्रीका, तुर्की और स्विट्जरलैंड में बिताये।
चोपड़ा से पूछा गया कि क्या उनकी योजना डायमंड लीग की प्रत्येक प्रतियोगिता में भाग लेने की है तो उन्होंने कहा कि इसका फैसला उनके कोच करेंगे।
इस भारतीय खिलाड़ी ने अभी तक 90 मीटर भाला नहीं फेंका है और वह अभी इसको लेकर किसी तरह का दावा नहीं करना चाहते हैं।
चोपड़ा ने कहा,‘‘पिछले साल मैंने कहा था कि मैं 90 मीटर भाला फेंकूंगा लेकिन 88 मीटर ही फेंक पाया। इस साल मैं कोई दावा नहीं करना चाहता हूं, बस अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहता हूं।