नयी दिल्ली । कांग्रेस ने अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीट से गांधी परिवार के सदस्यों के चुनाव लड़ने को लेकर जारी अटकलों के बीच सोमवार को कहा कि उम्मीदवारों के बारे में फैसला करने के लिए पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को अधिकृत किया गया है। पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने इस बारे में पूछे जाने पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘वहां कांग्रेस अध्यक्ष को यह निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया गया है कि उम्मीदवार कौन हो। चुनाव छिपकर तो नहीं लड़ा जाता। चुनाव को पूरे गाजे-बाजे के साथ लड़ा जाएगा। जैसे ही उम्मीदवार पर फैसला होगा, उस बारे में आपको बता दिया जाएगा।’’
गत शनिवार को हुई कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक में अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीट को लेकर कोई निर्णय नहीं हो सका और फैसला पार्टी नेतृत्व पर छोड़ दिया गया था। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस के उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे और विधायक दल की नेता अराधना मिश्रा ने उस बैठक में नेतृत्व से आग्रह किया था कि अमेठी से राहुल गांधी और रायबरेली से प्रियंका गांधी वाद्रा को चुनाव लड़ना चाहिए, हालांकि इस पर कोई फैसला नहीं हुआ।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी तथा अमेठी एवं रायबरेली के स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने पिछले दिनों नेतृत्व से आग्रह किया था कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को इन सीट से चुनाव लड़ना चाहिए। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस बार रायबरेली से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया और वह राजस्थान से राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुई हैं। उन्होंने दो दशक तक रायबरेली संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। राहुल गांधी 2004 से 2019 तक अमेठी से लोकसभा सदस्य रहे।
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। पिछले दिनों गाजियाबाद में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान जब राहुल गांधी से अमेठी से चुनाव लड़ने के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यह फैसला पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में होगा और पार्टी का जो भी आदेश होगा, वह उसे मानेंगे। राहुल गांधी केरल के वायनाड से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं जहां शुक्रवार को मतदान संपन्न हो गया।