रायपुर (छत्तीसगढ़)। आदिवासी नेता नंदकुमार साय आज कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। राजीव भवन में सीएम भूपेश की मौजूदगी में नंदकुमार साय कांग्रेस में शामिल हुए। कल ही नंदकुमार साय ने भाजपा पार्टी का साथ छोड़ा था। इस मौके पर पीसीसी चीफ मोहन मरकाम समेत कई कांग्रेसी नेता कांग्रेस भवन में मौजूद रहे।
छत्तीसगढ़ में आदिवासी मुख्यमंत्री की बात करने वाले बीजेपी के वरिष्ठ आदिवासी नेता नंदकुमार साय ने प्रदेश के बीजेपी के एक बड़े नेता पर निशाना साधा है। उन्होंने इस्तीफा के साथ ही जो वीडियो शेयर किया है। उस वीडियो ने पूरे छत्तीसगढ़ की सियासत में खलबली मचाकर रख दी है। वीडियो में नंदकुमार साय ये कह रहे हैं कि एक नेता ने मुझसे कहा कि ‘मुख्यमंत्री तो आपको ही बनाना था पर आप चुनाव नहीं जीत पाए। परिणाम ये हुआ कि किसी अन्य को बना दिया गया। लाठी, डंडा, मेहनत परिश्रम हमने किया। हमको किसी प्रकार का कोई भी दायित्व नहीं दिया गया। मेरे बड़े भाई दिलीप सिंह जुदेव को नीचा दिखाया गया। बीजेपी शासनकाल में ब्यूरोक्रेट्स हावी हो गए थे। कार्यकर्ता किनारे हो गए थे। जिसका मैं विरोध करता था। मैं कहता था कि यहां के कार्यकर्ताओं की सुनी जानी चाहिए। उनके हिसाब से काम होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मैं इस बात को कहूं नहीं, इसलिए मुझे छत्तीसगढ़ से बाहर रखा जाता था। ताकि मैं अपनी बातों को कह ना पाऊं। देख ना पाऊं और वो अपनी मनमानी करते रहे। मेरे खिलाफ ये बाते कही गई कि ये आदिवासियों की मीटिंग करते हैं। आदिवासी मुख्यमंत्री की बात करते हैं और लोगों को भड़काते रहते हैं। पत्रकारों के पूछने पर मैं कहता था कि आदिवासी राज्य है आदिवासी सीएम हो तो बहुत अच्छी बात होगी, लेकिन ये निर्णय करने का काम बीजेपी के केंद्रीय संगठन का है। अभी मेरे कार्यकर्ताओं को भयभीत किया गया है। मेरे फोटो को दूसरे के साथ लगाने से रोका जा रहा है। मैं इस पार्टी से बहुत ही दुखी और व्यथित हूं। आहत हूं। मैं पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे रहा हूं।
उनके इस्तीफा देने के साथ ही प्रदेश की राजनीति गरमाई हुई है। मामले में जमकर सियासत हो रही है। कांग्रेस इस मामले में नंदकुमार साय के बहाने आदिवासी वोट को लेकर लगातार हमलावर है। बीजेपी पर जमकर निशाना साध रही है। कांग्रेस नेता लगातार तीखी प्रतिक्रया दे रहे हैं। इसी क्रम में प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने ट्वीट कर बीजेपी पर तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि ‘आज नंद कुमार साय ने अपने साथ-साथ आदिवासियों के “मन की बात” भी कह दी है। #आदिवासीविरोधीभाजपा। सीएम बघेल ने अपने ट्वीट के साथ ही नंदकुमार साय के इस्तीफे का खत भी शेयर किया है।