पाकिस्तानी आंतकी संगठन जैश ए मोहम्मद द्वारा दुर्ग रेलवे स्टेशन में 8 अक्टूबर को बम बलॉस्ट किए जाने की धमकी खोखली निकली। धमकी के मद्देनजर सुरक्षा ऐजेंसियां विशेष रुप से सतर्क रहीं। स्टेशन परिसर के हर हिस्से पर नजर रखी गई थी। जगह जगह तैनात जवान हर यात्री की बारीकी से जांच रहे थे। सुरक्षा की दृष्टि से डॉग स्कवॉड, बम निरोधक दस्ता भी तैनात किया गया था। रेलवे सुरक्षा बल व पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था की सतत निगरानी करते रहे। देर शाम तक यह सिलसिला जारी रहा, लेकिन कोई भी संदिग्ध नजर नहीं आया। फोर्थ नेशन (4TH NATION) के लिए आनंद राजपूत की एक्सक्लूजिव रपट…
दुर्ग (छत्तीसगढ़)। पाकिस्तान के आंतकी संगठन जैश ए मोहम्मद द्वारा विजयादशमी के दिन 8 अक्टूबर को दुर्ग व रायपुर रेलवे स्टेशन में बम बलॉस्ट किए जाने की धमकी दी गई थी। रोहतक के रेलवे स्टेशन प्रबंधक को लगभग 25 दिन पहले करांची से भेजा गया एक पत्र प्राप्त हुआ था। कथित पत्र को भेजने वाले ने मैसूद अहमद ने स्वयं को आंतकी संगठन जैश ए मोहम्मद का एरिया कमांडर बताया था। इस धमकी भरे पत्र की जानकारी मिलने के बाद 16 सितंबर से दुर्ग रेलवे स्टेशन की निगरानी बढ़ा दी गई थी।
पत्र में दी गई धमकी को गंभीरता से लेते हुए आज 8 अक्टूबर को परिसर की निगरानी और भी सख्त कर दी गई थी। सीसी टीवी कैमरे से परिसर की निगरानी के अलावा रेलवे सुरक्षा बल व पुलिस के जवान जगह जगह तैनात किए गए थे। जवान स्टेशन परिसर में आने वाले हर व्यक्ति की जांच गंभीरता से करते नजर आए। वहीं आरपीएफ अस्सिटेंट कमांडेट एम.के. तिवारी, चौकी प्रभारी पुरुषोत्तम तिवारी, जीआरपी प्रभारी निरीक्षक खैरानी दिन भर स्टेशन में मौजूद रहकर स्थिति पर निगरानी रखे हुए थे। इसके अलावा सिटी एसएसपी रोहित झा, ग्रामीण एएसपी लखन पटले भी समय समय पर मौके पर जा कर सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी लेते रहे। आरपीएफ चौकी प्रभारी पुरुषोत्तम तिवारी ने बताया कि परिसर की निगरानी के लिए 50 जवान तैनात किए गए है। इनके अलावा स्थानीय स्तर पर लगभग 150 लोगों को भी संदिग्ध पर नजर रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इन्हें आरपीएफ द्वारा प्रशिक्षित किया गया है। 26 सीसी टीवी कैमरे से पूरे स्टेशन परिसर की निगरानी की जा रही है। डॉग स्कवॉड के साथ बम निरोधक दस्ता भी सुरक्षा की दृष्टि से तैनात किया गया था, लेकिन देर शाम तक कोई भी संदग्धि व्यक्ति या वस्तु नहीं मिली है।