दुर्ग (छत्तीसगढ़)। पुलिस विभाग में आरक्षक के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर 15 लाख रुपए की रकम हड़पने का आरोपी पुलिस की सपड़ में आया है। आरोपी ने तीन युवकों से नौकरी का झांसा देकर यह रकम हासिल की थी। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ दफा 420 के तहत कार्रवाई कर उसे जेल भेज दिया है।
ठगी के इस मामले की शिकायत पीड़ित युवकों ने रानीतराई थाना में दर्ज कराई थी। शिकायत में पीड़ितों ने पुलिस को बताया था कि फरसगांव (कोंडागांव) निवासी दीपेन्द्र नाग (35 वर्ष) ने उनसे संपर्क कर पुलिस विभाग में नौकरी लगवाने का झांसा दिया था। जिसके लिए मिलेश चतुर्वेदी से 8 लाख रुपए, केवल बांधे से 5 लाख रुपए तथा कुंदन कुमार से 2 लाख की रकम वसूल ली थी, लेकिन नौकरी नहीं दिलवाई। इस मामले में पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध कर आरोपी की तलाश प्रारंभ की, लेकिन आरोपी लगातार अपना ठिकाना बदलता रहा। अंततः साइबर सेल की मदद से उसका लोकेशन हासिल कर दिपेन्द्र को उसके गृह ग्राम से गिरफ्तार किया गया।
आरोपी दिपेन्द्र नाग को कब्जे में लेने में एसडीओपी पाटन देवांश राठौर के नेतृत्व में रानीतराई थाना टीआई मनोज प्रजापति, एएसआई नकुल ठाकुर, रेमन साहू, हेड कांस्टेबल लोकेश लहरी, कांस्टेबल तालेन्द्र चंद्राकर, डिकेश बंछोर, धनंजय सिन्हा की सराहनीय भूमिका रही।