दुर्ग (छत्तीसगढ़)। माटी दिवस मनाने गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू आज अनोखे अंदाज में पुरई पहुंचे। वे बैलगाड़ी में बैठकर कार्यक्रम स्थल में पहुंचे। उनके साथ जिला पंचायत अध्यक्ष शालिनी यादव भी थीं। मौके पर पहुंचकर साहू ने माटी तिहार की परंपरा निभाते हुए पूजा अर्चना की। इसके पश्चात गुड्डे गुड़िया की शादी में हिस्सा लिया। माटी तिहार के मौके पर उन्होंने ग्रामीणों को मिट्टी की उर्वरता से संबंधित शपथ भी दिलाई। साथ ही इस मौके पर होने वाले अनेक परंपराओं में भी हिस्सा लिया।
आज पूरे प्रदेश में अक्षय तृतीया का दिन माटी पूजन दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा प्रदेशवासियों को अपनी संस्कृति को सहेजने के लिए अक्ती के दिन को माटी त्योहार के रूप में मनाये जाने के लिए अपील की। पुरई में आयोजित इस जिला स्तरीय कार्यक्रम में गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू गृह मंत्री शामिल हुए । इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री का धन्यवाद दिया और कहा कि प्रदेश सरकार नरवा, गरूवा, घुरूवा और बाड़ी योजनाओं के साथ प्रदेश की संस्कृति को सहेजने के लिए भी निरंतर प्रयास कर रही है। श्रमिक दिवस के दिन ही प्रदेशवासियों द्वारा बोरे बासी खाकर श्रमिकों का सम्मान किया गया।
उन्होंने कहा कि अक्ती का दिन किसानों के लिए भी महत्वपूर्ण है। किसानों को रासायनिक खाद से होने वाले भूमि के नुकसान को लेकर जागरूक करने और जैविक कृषि को बढ़ावा देने आज माटी तिहार मनाया जा रहा है।
गृह मंत्री ने अपने बचपन की स्मृतियों को साझा करते हुए कहा कि अक्षय तृतीया के दिन सभी अपने अपने घर से धान लेकर एक जगह इकट्ठा हुआ करते थे और वहां गांव के बैगा द्वारा पूजा की जाती थी। पूजा होने के बाद वे अपने धान को लेकर अपने खेतों में जाकर बोवाई कर देते थे और धान के कुछ बीज को अपने तुलसी चौरा में भी लगाया करते थे। आज ही के दिन से किसानों की बोवाई का कार्य शुरू हो जाता था। गृह मंत्री ने उपस्थित ग्रामवासियों को अक्ती तिहार की बधाई दी साथ ही उन्होंने ईद और परशुराम जन्म दिवस की बधाई दी। इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री का संदेश का वाचन किया। साथ ही मिट्टी माता की रक्षा के लिए सभी को शपथ भी दिलाई।
हितग्राहियों को वितरण की गई सामग्री कार्यक्रम में गृह मंत्री ने ग्रामवासियों को हितग्राहीमूलक सामग्री का वितरण किया गया। जिसमें बैटरी चलित स्प्रेयर, मत्स्य जाल और कृषि यंत्र पावर बिडर का भी वितरण किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष शालिनी यादव ने कहा कि आज का दिन बड़ा ही शुभ होता है, कोई भी शुभ कार्य करना, दान देना आदि काम होते हैं। उन्होंने कहा कि अक्षय तृतीया के दिन गांव के लोग परसा के पाना से धान लेके जाते थे और उसकी पूजा करते थे।
कार्यक्रम में अशोक साहू, उपाध्यक्ष जिला पंचायत दुर्ग, योगिता चंद्राकर सभापति जिला पंचायत दुर्ग व अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। साथ ही महादेव कांवरे संभागायुक्त दुर्ग , जिला पंचायत सीईओ अश्विनी देवांगन एवं अन्य अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे। जिले के अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में भी पर्व उत्साह से मनाया गया।