रायपुर (छत्तीसगढ़)। भाजपा के फायर ब्रांड नेता रहे स्व. दिलीप सिंह जूदेव के सबसे छोटे बेटे और चंद्रपुर के पूर्व भाजपा विधायक युद्धवीर सिंह जूदेव का सोमवार को निधन हो गया। वो लीवर की समस्या से जूझ रहे थे। बेंगलुरु एक अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया था। लीवर ट्रांसप्लांट से पहले उनकी तबियत बिगड़ गई। युद्धवीर सिंह जूदेव वेंटिलेटर पर थे। उनका अंतिम संस्कार जशपुर में किया जाएगा। जशपुर रियासत के ‘छोटे बाबू’ हमेशा अपनी बेबाकी के लिए चर्चा में रहे।
युद्धवीर सिंह जूदेव का जन्म 1 मार्च 1982 हुआ। उनकी पत्नी का नाम संयोगिता हैं। उनकी एक बेटी है। साल 2019 में युद्धवीर सिंह जूदेव का एक सोशल मीडिया पोस्ट काफी फेमस हुआ था। उन्होंने खनन से जुड़े मामले में अपनी की सरकार को घेरा था।
लोग युद्धवीर सिंह में उनके पिता स्व.पिता दिलीप सिंह जूदेव की छवि देखा करते थे। उनका राजनीतिक सफर जिला पंचायत अध्यक्ष को रूप में शुरु हुआ। वे चंद्रपुर से 2 बार विधायक चुने गए। युद्धवीर सिंह संसदीय सचिव औरबेवरेज कॉरपोरेशन के अध्यक्ष भी रहे। पिता स्व. दिलीप सिंह जूदेव की वजह से युद्धवीर को बचपन से ही सियासी माहौल मिला। जशपुर के आस-पास के इलाके में जूदेव परिवार और खुद युद्धवीर का काफी नाम रहा। युद्धवीर सिंह जूदेव कभी भी बीजेपी की खामियां गिनने में पीछे नहीं रहे। छत्तीसगढ़ के मौजूदा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की तारीफ भी उन्होंने की थी। स्थानीय अधिकारियों को फटकार लगने के लिए युद्धवीर सिंह हमेशा चर्चा में रहे।
स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव के तीन पुत्र थे। सबसे बड़े पुत्र शत्रुंजय सिंह का निधन 2012 में हार्ट फेल होने से हो गया था। इसके बाद प्रबल प्रताप और युद्धवीर, दोनों बीजेपी में सक्रिय रहेह युद्धवीर सिंह की पत्नी संयोगिता सिंह भी भाजपा में सक्रिय रही हैं।