दुर्ग (छत्तीसगढ़)। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेंद्र साहू ने तीन कृषि कानूनों के विरोध में 6 फरवरी को प्रस्तावित चक्काजाम को सफल बनाने आम जनता से सहयोग की अपील की है। राजेंद्र ने कहा कि केंद्र सरकार की नीतियों और फैसलों से देश भर के किसान निराश हैं। किसानों की आय दोगुना करने का खोखला वादा करने के बाद केंद्र की भाजपा सरकार ने केंद्रीय बजट में कृषि बजट को 8 प्रतिशत कम कर दिया है। वहीं किसान सम्मान निधि की राशि 6 हजार रुपए में भी कोई वृद्धि नहीं की गई है। इससे साफ लग रहा है कि केंद्र सरकार किसानों की हितैषी नहीं है।
दूसरी ओर पेट्रोल और डीजल पर कृषि सेस लगाकर केंद्र सरकार ने आम जनता को महंगाई की ओर धकेल दिया है। उज्जवला गैस मुफ्त में बांटने के बाद सब्सिडी कम कर गरीब तबके को पहले ही झटका दे चुकी भाजपा सरकार ने किसानों के साथ ही आम जनता पर भी महंगाई की भीषण चोट कर दी है।
राजेंद्र ने कहा कि भाजपा सरकार यह दावा कर रही है कि कृषि सेस का भार आम जनता पर नहीं पड़ेगा। सच ये है कि सरकार इस मामले में जनता को दिग्भ्रमित कर रही है। देश की जनता को केंद्र सरकार बताए कि कृषि सेस का भार अगर आम जनता व राज्य सरकार पर नहीं पड़ेगा तो सेस का भार आखिर किस पर होगा। सेस का भार अगर तेल कंपनियों पर पड़ेगा तो इसका साफ मतलब यही है कि विगत कई वर्षों से तेल कंपनियां आम जनता की जेब पर डाका डालते आ रही थी और केंद्र सरकार तेल कंपनियों को मौन समर्थन देती रही।
राजेंद्र ने कहा कि एक ओर किसानों के उपयोग में आने वाले डीजल पर 4 प्रतिशत कृषि सेस लगाया गया है। दूसरी ओर, कृषि बजट में 8 प्रतिशत की कमी कर दी गई है। ये फैसले दुर्भाग्यजनक हैं। राजेंद्र ने सवाल किया कि किसानों के फसल के समर्थन मूल्य में मात्र 3 प्रतिशत वृद्धि कर केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुना कैसे करेगी। किसानों के साथ जुमलेबाजी क्यों की जा रही है।
राजेंद्र ने कहा कि पूरे देश के किसान केंद्र की भाजपा सरकार के किसान विरोधी चेहरे को पहचान चुके हैं। इसीलिए केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि बिल का विरोध पूरे देश में किया जा रहा है। किसानों के आंदोलन के तहत 6 फरवरी को दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच चक्काजाम किया जाएगा। राजेंद्र ने आम जनता से अनुरोध करते हुए कहा है कि देश हित में, किसान हित में, बढ़ती हुई महंगाई और बेरोजगारी को रोकने के लिए इस चक्काजाम को सफल बनाने में अपना योगदान दें और किसान आंदोलन को सफल बनाएं।