दुर्ग (छत्तीसगढ़)। पूरे प्रदेश के विभिन्न जिलों में आरक्षक पद की भर्ती प्रक्रिया चालू है। जिसमें दुर्ग शहर के बटालियन में पुलिस भर्ती प्रक्रिया की जा रही थी जिसमें सैकड़ों युवा अन्य शहरों एवं जिलो से आये दुर्ग हुए है। इन युवाओं को होने वाली समस्याओं के निराकरण के लिए जन समर्पण सेवा संस्था के सदस्य पूरे समर्पण से जुटे। बाहरी क्षेत्रों से आए जरूरतमंद युवाओं को भोजन के साथ कंबल व अन्य सामग्रियां संस्था के माध्यम से उपलब्ध कराई जा रही है।
बता दें कि 28 जनवरी से 5 दिवस पुलिस भर्ती के लिए फिजिकल टेस्ट आयोजित किया गया है। जिसमें शामिल होने के लिए भारी संख्या में विभिन्न क्षेत्रों से युवा आए हुए है। इनमें से अधिकांश युवाओं को भोजन के साथ साथ ठंड का सामना करना पड़ रहा था। जिसके प्रति जिला प्रशासन उदासीन बना हुआ था। इस पर जन समर्पण सेवा संस्था के सदस्यों ने इनकी सेवा का बीड़ा उठाया।
संस्था के अध्यक्ष योगेन्द्र शर्मा (बंटी) ने बताया कि दुर्ग शहर में छत्तीसगढ़ प्रदेश के अन्य जिलों से प्रतिदिन सैकड़ों युवा पुलिस भर्ती के लिए फिजिकल टेस्ट देने आ रहे है, टेस्ट के अगले राउंड के लिए चयन हो जाने पर युवाओं को अगले राउंड के लिए रात वही बिताना पड़ता है। रात बिताने के लिए कोई निश्चित स्थान न होने के कारण पुलिस भर्ती में आये हुए युवा इस ठिठुरती ठंड में रोड के किनारे खुले आसमान में ही सो जाते है।
यह संस्था विगत 5 दिनों से अपने कर्तव्य एवं उद्देश्य को पूरा करते हुए प्रतिदिन जरूरतमंदों को निशुल्क भोजन के साथ साथ पुलिस भर्ती के लिए आये हुए युवाओं को ठंड से बचने के लिए कम्बल, एवं अलग अलग दिन खाने के लिए पोहा, जलेबी, पुलाव, सब्जी, बिस्किट, मिक्चर, चिप्स, चना, मुर्रा एवं पानी पाउच वितरण कर रही है। युवाओं को पुलाव, सब्जी, एवं फल का वितरण किया गया साथ ही साथ रोड किनारे खुले आसमान में सोते हुए 23 युवाओं को ठंड से बचने के लिए कम्बल वितरण किया गया।
देर रात्रि इस सेवा में संस्था के आशीष मेश्राम, प्रकाश कश्यप, शिशु शुक्ला, संजय सेन, महेश गुप्ता, मृदुल गुप्ता, शुभम सेन, हरीश ढीमर, दद्दू ढीमर, राजेन्द्र ताम्रकार, सुजल शर्मा, भगवत पटेल, मुकेश पटेल, वाशु शर्मा शामिल रहे।
यहां करा सकते हैं ठहरने की व्यवस्था
योगेन्द्र शर्मा ने शासन एवं प्रशासन से अनुरोध करते हुए कहा कि पुलिस भर्ती में आये हुए सैकड़ों युवा को रात बिताने के लिए स्थान नही मिलता उन्हें उचित स्थान दिलवाने। दुर्ग बटालियन के सामने ही एक शासकीय हॉल बना हुआ है जिसमें टिन का शेड बना हुवा है, जिसमें ताला लगा रहता है ये स्थान ही युवाओं को रात बिताने के लिए मिल जाये तो कम से कम ठंड से बचा जा सकता है।