अब पंचायत सचिवों ने की शासकीयकरण की मांग, गए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर

बेमेतरा (छत्तीसगढ़) अजीत राजपूत। पंचायत सचिवों के शासकीयकरण की मांग ने एक बार फिर से तूल पकड़ लिया है। मांग के समर्थन में जिले के सभी पंचायत सचिव अनिश्चितहड़ताल पर चले गए है। पंचायत सचिव संघ के आव्हान पर जिले के सभी ब्लाक के सचिवों द्वारा इस हड़ताल को समर्थन दिया जा रहा है। मांगों के समर्थन में आज बेमेतरा ब्लाक के पंचायत सचिवों ने यहां पंडाल लगा कर प्रदर्शन किया।
बेमेतरा ब्लाक पंचायत अध्यक्ष चंद्रमौल त्रिपाठी ने बताया कि ग्राम पंचायत सचिव पिछले 25 वर्षो से शासन की विभिन्न योजनाओं के क्रियांवयन का कार्य कर रहे है। सचिव 29 विभागों के लगभग 200 प्रकार के कार्यो पर इमानदारी पूर्वक निर्वहन कर रहे है। शासन की योजनाओं का लाभ प्रदेश के अंचिम व्यक्ति तक पहुंचाने में पंचायत सचिवों की अहम भूमिका रहती है। इसके बावजूद सचिव शासन की उपेक्षा के शिकार है और उनका शासकीयकरण नहीं किया गया है। जबकि पंचायत सचिव के साथ नियुक्त सभी कर्मचारियों जैसे शिक्षाकर्मियों का शासकीयकरण कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि जब तक पंचायत सचिवों का शासकीयकरण किए जाने का निर्णय सरकार द्वारा नहीं लिया जाता तब तक यह हड़ताल जारी रहेगी। पंचायत सचिव संघ द्वारा इस संबंध में एसडीएम बेमेतरा के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा गया। प्रदर्शन में उपाध्यक्ष मोहन सिंह वर्मा, रामविलास दिनकर, अनिल बंजारे, सचिव लखनलाल गेंडे्र सहित वेदप्रकाश चंद्राकर, सुनील वर्मा, राजकुमार साहू, शकुंतला मांडले, रूद्रमणि गबेल, नरेन्द्र सिहं वर्मा दशरू निर्मलकर, आत्म प्रकाश पांडेय आदि शामिल थे।