नई दिल्ली: भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) में पहली तिमाही के दौरान 48% की शानदार वृद्धि दर्ज की गई है। इस सप्ताह मंगलवार को उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने आधिकारिक आंकड़े जारी किए, जिसमें बताया गया कि अप्रैल से जून 2024 की अवधि में एफडीआई का आंकड़ा 16 बिलियन डॉलर (करीब 1,34,959 करोड़ रुपये) के पार पहुंच गया।
महाराष्ट्र इस बढ़त में सबसे आगे रहा है, जो लगातार दूसरे साल एफडीआई आकर्षित करने में सबसे अव्वल स्थान पर है। डीपीआईआईटी के मुताबिक, पहली तिमाही में महाराष्ट्र ने 70,795 करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आकर्षित किया, जो देश के कुल एफडीआई का 52.46% हिस्सा है। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इन आंकड़ों को साझा करते हुए कहा कि यह राज्य की आर्थिक नीतियों और बेहतर व्यापारिक माहौल का परिणाम है।
पिछले वित्त वर्ष में भी महाराष्ट्र ने 12,35,101 करोड़ रुपये का एफडीआई आकर्षित किया था, जो गुजरात और कर्नाटक के सम्मिलित आंकड़ों से अधिक था। इस मजबूत निवेश प्रवाह से राज्य की अर्थव्यवस्था को और मजबूती मिलेगी, और यह विदेशी कंपनियों के लिए एक प्रमुख निवेश स्थल बनता जा रहा है।