मुख्यमंत्री ने किसानों से की जैविक खाद का अधिक से अधिक उपयोग करने की अपील

रायपुर (छत्तीसगढ़)। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने दो दिवसीय जिला प्रवास के दौरान आज बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के विकासखण्ड बलरामपुर के ग्राम पंचायत जाबर में स्थित आदर्श गौठान पहुंचे। उन्होंने वहां समूह द्वारा संचालित विभिन्न गतिविधियों के बारे में जानकारी ली तथा गौठान का अवलोकन किया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आदर्श गौठान जाबर पहुंचने पर वहां की स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बिहान गीत के साथ स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने गौठान में बटेर पालन का अवलोकन किया तथा समूह की महिलाओं से उनके पालन, तैयार होने की अवधि, बिक्री इत्यादि के बार में विस्तार से चर्चा की और कितना लाभ प्राप्त हुआ है, इसकी जानकारी ली। समूह की महिलाओं द्वारा बताया गया कि गौठान में तीन माह पूर्व बटेर पालन प्रारम्भ किया था, जिस पर आज तक उसकी लागत राशि का मूलधन हमें मिल चुका है तथा अभी भी बिक्री के लिए बटेर शेष है। मुख्यमंत्री ने समूहों के द्वारा तैयार किये गये जैविक कीट नियंत्रण कीटनाशी का अवलोकन किया और उनके निर्माण की जानकारी ली। उन्होंने गौठान में वर्मी कम्पोस्ट के उत्पादन, अवधि, विक्रय तथा लाभ आदि के बारे में जानकारी ली। गौठान में महिलाओं द्वारा 2 अजोला टैंक का निर्माण की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अंजोला घास की आधा किलो मात्रा गाय को खिलाने से दुग्ध की उत्पादन क्षमता बढ़ जाती है और यह मछली पालन के लिए भी बहुत लाभदायी होता है। इसके पश्चात् मशरूम उत्पादन का अवलोकन कर गन्ना महिला स्व-सहायता समूह से चर्चा करते हुए होने वाले लाभ की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गौठान में चौपाल लगा ग्रामीणों से रूबरू हुए और उनकी समस्याएं सुनी। उन्होंने स्थानीय पशुपालकों से विक्रय किये गये गोबर की मात्रा एवं कितनी राशि बैंक खाते में आई, इसकी जानकारी ली। ग्राम के कृषक एवं पशुपालक तुलसीदास ने मुख्यमंत्री को बताया कि अब तक लगभग 7 क्विंटल गोबर बिक्री की गई है जिसका भुगतान समय पर बैंक खाते में प्राप्त हो गया है। गोबर विक्रय से प्राप्त हुई राशि से उन्होंने गेहूँ बीज तथा खाद की खरीदी की है, मुख्यमंत्री ने इस पर प्रसन्नता जाहिर की। मुख्यमंत्री बघेल ने धान विक्रय, धान खरीदी केन्द्र तथा कितना धान बेचा गया है तथा टोकन आदि के संबंध में ग्रामीणों से जानकारी ली। वर्मी कम्पोस्ट के संबंध में चर्चा करते हुए उन्होंने उपस्थित लोगों को बताया कि गौठान में निर्मित वर्मी कम्पोस्ट का जैविक कृषि हेतु अधिक से अधिक उपयोग में लाना है तथा शेष खाद बच जाने पर सहकारिता के गोदाम में जमा करने और उसकी राशि का भुगतान संबंधित समूहों को करने का निर्देश कलेक्टर को दिए। गोदाम में जमा किये हुए जैविक खाद को वापस किसानों को विक्रय किया जावेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि वर्मी कम्पोस्ट की न्यूनतम विक्रय दर 8 रूपये से बढ़ाकर 10 रूपये प्रति किलोग्राम तय की गई है। 
जाबर गौठान के पास स्थित बाड़ी में लिम्बु स्व-सहायता समूह मगरहारा द्वारा विभिन्न प्रकार के साग-सब्जी लगाया गया है, जिसमें मुख्यतः गोभी, मिर्च, बैंगन, टमाटर, मटर, आलू इत्यादि हैं। मुख्यमंत्री बघेल ने उक्त बाड़ी का अवलोकन करते हुए मिर्च की प्रजातियों के बारे जानकारी ली तथा बताया कि यह बारहमासी होते हैं तथा इसकी उत्पादकता अधिक होती है। उन्होंने वहां उपस्थित विभागीय अधिकारियों से जैविक खेती को बढ़ावा देते हुए जैविक खेती करने के निर्देश दिये।