रोम: इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी की दक्षिणपंथी पार्टी ब्रदर्स ऑफ इटली (FdI) के सेनेट में मुख्य सचेतक (व्हिप) लुसियो मालान ने सोमवार को कहा कि इज़राइल और गाज़ा युद्ध पर शांति वार्ता की मेज़बानी इटली के लिए संभव नहीं है, क्योंकि यदि इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू वार्ता के लिए आते हैं, तो इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (ICC) के गिरफ्तारी वारंट के चलते उन्हें गिरफ्तार करना पड़ेगा।
मालान ने स्काई टेलीविज़न को दिए एक इंटरव्यू में कहा,
“अगर हम इटली में इज़राइल और उसके किसी वार्ताकार के बीच बातचीत कराना चाहें, तो वह संभव नहीं होगा क्योंकि नेतन्याहू को गिरफ्तार करना पड़ेगा।”
उन्होंने आगे कहा,
“अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है और विपक्ष पूरी तरह और तुरंत उसे लागू करने की मांग कर रहा है। यही स्थिति है, भले ही ऐसा कोई मामला अभी सामने नहीं आया है।”
इस बयान के बाद इटली की विदेश नीति और अंतरराष्ट्रीय न्याय के प्रति रुख पर राजनीतिक बहस तेज़ हो गई है। वहीं गाज़ा युद्ध पर संभावित कूटनीतिक पहलों को भी यह बयान प्रभावित कर सकता है।
