छत्तीसगढ़ में देश का पहला गैलियम नाइट्राइड सेमीकंडक्टर प्लांट, 1,143 करोड़ की परियोजना से बदलेंगे तकनीकी भविष्य के समीकरण

रायपुर, 10 अप्रैल: छत्तीसगढ़ तकनीकी क्रांति की ओर बड़ा कदम बढ़ाने जा रहा है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 11 अप्रैल को नया रायपुर में भारत के पहले गैलियम नाइट्राइड (GaN) आधारित सेमीकंडक्टर निर्माण संयंत्र की आधारशिला रखेंगे। यह ऐतिहासिक परियोजना 1,143 करोड़ रुपये के भारी-भरकम निवेश के साथ शुरू हो रही है।

चेन्नई की पॉलीमेटेक इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी इस अत्याधुनिक संयंत्र की स्थापना कर रही है, जिसका लक्ष्य 2030 तक सालाना 10 अरब चिप्स का उत्पादन करना है। यह न केवल छत्तीसगढ़ को तकनीकी नवाचार का केंद्र बनाएगा, बल्कि भारत को सेमीकंडक्टर आयात पर निर्भरता से भी मुक्त करेगा।

सेमीकंडक्टर चिप्स हमारे स्मार्टफोन, लैपटॉप, नेटवर्क डिवाइसेस और रक्षा प्रणालियों में अहम भूमिका निभाते हैं। गैलियम नाइट्राइड तकनीक की विशेषता यह है कि इससे बनी चिप्स तेज, ज्यादा ऊर्जा कुशल और लंबे समय तक टिकाऊ होती हैं। इसका उपयोग अगली पीढ़ी के 5G और 6G नेटवर्क, उच्च प्रदर्शन कंप्यूटर, रक्षा तकनीक और डेटा एनालिटिक्स में किया जाएगा।

वाणिज्य और उद्योग विभाग के सचिव रजत कुमार ने इस मौके पर कहा,
“पॉलीमेटेक के साथ यह साझेदारी छत्तीसगढ़ को तकनीकी नवाचार के वैश्विक केंद्र में बदल देगी। राज्य की निवेशक-अनुकूल नीतियां, विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा और तेज निर्णय प्रक्रिया इस दृष्टिकोण को धरातल पर ला रही हैं।”

इस संयंत्र की स्थापना भारत को वैश्विक तकनीकी महाशक्ति बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है, जिससे देश की सेमीकंडक्टर उत्पादन क्षमता में क्रांतिकारी वृद्धि होगी।

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