छत्तीसगढ़ में एनआईए की बड़ी कार्रवाई: माओवादी संगठन से जुड़े रघु मिडियामी गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने टेरर फंडिंग मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए मूलवासी बचाओ मंच (एमबीएम) के एक प्रमुख सदस्य रघु मिडियामी को गिरफ्तार किया है। एनआईए के अनुसार, यह गिरफ्तारी छत्तीसगढ़ में आतंकवाद के वित्तपोषण से जुड़े एक मामले की जांच के दौरान की गई है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार पहले ही एमबीएम पर प्रतिबंध लगा चुकी है।

एनआईए को कैसे मिले सुराग?

शुरुआत में इस मामले की जांच छत्तीसगढ़ पुलिस कर रही थी, जिसने नवंबर 2023 में दो संदिग्धों को गिरफ्तार कर उनके पास से 6 लाख रुपये नकद बरामद किए थे। इन लोगों की पहचान एमबीएम के ओवर ग्राउंड वर्कर्स के रूप में की गई थी। इसके बाद फरवरी 2024 में एनआईए ने मामले को अपने हाथ में लिया और जांच में यह खुलासा हुआ कि रघु मिडियामी एमबीएम का मुख्य नेता है।

कैसे काम कर रहा था एमबीएम?

एनआईए की जांच के मुताबिक, एमबीएम संगठन ने भाकपा (माओवादी) के एजेंडे को आगे बढ़ाने और टेरर फंडिंग के लिए धन एकत्र करने और उसे वितरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। रघु मिडियामी इस फंड के स्थानीय वितरण को नियंत्रित करता था, जिसका उपयोग माओवादी संगठनों द्वारा विरोध-प्रदर्शन और अन्य गतिविधियों को संचालित करने के लिए किया जाता था

छत्तीसगढ़ सरकार ने क्यों लगाया था प्रतिबंध?

छत्तीसगढ़ सरकार ने 30 अक्टूबर 2023 को छत्तीसगढ़ विशेष सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम, 2005 के तहत एमबीएम पर एक साल के लिए प्रतिबंध लगाया था। सरकार का आरोप है कि एमबीएम माओवाद प्रभावित इलाकों में चल रहे विकास कार्यों के खिलाफ लगातार विरोध-प्रदर्शन और लोगों को भड़काने का काम कर रहा था। हालांकि, इस प्रतिबंध का कुछ सामाजिक संगठनों और कार्यकर्ताओं ने विरोध किया और संगठन के समर्थन में आवाज उठाई।

पहले भी हो चुकी हैं गिरफ्तारियां

इससे पहले जनवरी 2024 में एनआईए ने भाकपा (माओवादी) के दो ओवरग्राउंड कार्यकर्ताओं, धनेश राम ध्रुव उर्फ गुरुजी और रामस्वरूप मरकाम को गिरफ्तार किया था। इन दोनों पर आरोप था कि इन्होंने 17 नवंबर 2023 को छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के बड़ेगोबरा गांव में हुए आईईडी विस्फोट के अपराधियों को रसद सहायता प्रदान की थी।

क्या आगे और गिरफ्तारियां होंगी?

एनआईए की जांच अब भी जारी है, और अधिकारियों का मानना है कि टेरर फंडिंग नेटवर्क से जुड़े और भी कई महत्वपूर्ण खुलासे हो सकते हैं। रघु मिडियामी की गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा एजेंसियां अब अन्य संभावित लिंक की भी जांच कर रही हैं, जिससे इस नेटवर्क के खिलाफ और कड़ी कार्रवाई की जा सकती है

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