महाकुंभ पर सियासत तेज – योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव को घेरा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (SP) प्रमुख अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोलते हुए 2013 के कुंभ प्रबंधन पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने ग़ैर-सनातनी आज़म खान को कुंभ का प्रबंधन प्रभारी बनाकर हिंदू आस्था के साथ खिलवाड़ किया था।

योगी का हमला – “SP सरकार में कुंभ की निगरानी के लिए समय नहीं था”

राज्य विधानसभा में बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा,
“समाजवादी पार्टी की सरकार में मुख्यमंत्री के पास कुंभ की व्यवस्थाओं को देखने का समय नहीं था। इसलिए उन्होंने एक ग़ैर-सनातनी व्यक्ति को कुंभ का प्रभारी बना दिया।”

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस बार महाकुंभ में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, भूटान के राजा, और 74 देशों के राजनयिकों ने आकर स्नान किया।
“क्या यह वैश्विक आयोजन नहीं है? जब पूरी दुनिया इसमें शामिल हो रही है, तो इसे अपमानित करने का अधिकार किसी को नहीं है।”

अखिलेश यादव ने महाकुंभ पर उठाए थे सवाल

रविवार को अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए देश की अर्थव्यवस्था और महाकुंभ की व्यवस्थाओं को लेकर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि भाजपा सरकार नई नौकरियां देने और किसानों की आय दोगुनी करने के वादे पूरे करने में विफल रही है। उन्होंने महाकुंभ में भोजन, भगदड़ और दुर्घटनाओं को लेकर अव्यवस्थाओं की आलोचना की थी।

2013 के कुंभ पर योगी की याद

योगी आदित्यनाथ ने 2013 के प्रयागराज कुंभ की याद दिलाते हुए कहा,
“जो लोग उस कुंभ में गए, उन्होंने देखा कि वहां भ्रष्टाचार, प्रदूषण और अव्यवस्था थी। त्रिवेणी संगम का पानी स्नान लायक तक नहीं था। यही कारण था कि मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने वहां स्नान करने से मना कर दिया था।”

उन्होंने कहा कि इस बार के महाकुंभ में पूरी दुनिया से श्रद्धालु आ रहे हैं।
“अमृत स्नान के दिन मीडिया ने विदेशी पर्यटकों के अनुभवों को लाइव दिखाया। वे इस भव्य आयोजन को देखकर दंग रह गए और सनातन धर्म के अनुयायी इस आयोजन से बेहद खुश हैं। यह दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक आयोजन है।”

महाकुंभ पर सियासत जारी

महाकुंभ को लेकर भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच तकरार लगातार बढ़ती जा रही है। भाजपा इसे भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत का गौरव बता रही है, जबकि विपक्ष इसमें अव्यवस्थाओं को उजागर कर रहा है।

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